झारखंड में बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान Montha ने सावधानी की घंटियाँ बजी हैं। मौसम विभाग ने रविवार को चेतावनी जारी की है कि अगले चार दिन प्रदेश के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
तूफान की गति मंगलवार शाम तक आंध्र प्रदेश के तट से टकराने की संभावना जताई गई है, जिसके बाद इसका असर उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए झारखंड तक पहुँचने का अनुमान है।
विशेष रूप से सिमडेगा, पश्चिम सिंहभूम, खूंटी, गुमला जैसे जिलों में पहले चरण में भारी बारिश शुरू होने की बात कही गई है। इसके बाद चतरा, गढ़वा, लातेहार, पलामू तथा 30-31 अक्टूबर को गिरिडीह, कोडरमा, लोहरदगा, बोकारो, रामगढ़, हजारीबाग, रांची, दुमका, गोड्डा, पाकुड़, साहिबगंज आदि जिलों में बहुत भारी वर्षा की संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे आपातकालीन तैयारियों को दुरुस्त रखें-—नीचे वाले इलाकों से हटें, खतरनाक मौसम में बाहर निकलने से बचें, बिजली-काट, सड़क बाधा आदि का ध्यान रखें। यह आने वाला तूफानी-मौसम एवं बारिश की शुरुआत सावधानी के लिए चेतावनी का संकेत है।
“Cyclone Montha” का नाम थाईलैंड द्वारा रखा गया है, जिसका अर्थ है ‘सुगंधित फूल’ — नाम भले ही कोमल है, लेकिन तूफान का असर काफी गंभीर हो सकता है।
स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि रेस्क्यू-टीम, आपूर्ति-लोगिस्टिक, पावर कट-प्रबंधन आदि को पहले से तैयार रखें। आम नागरिकों से अनुरोध है कि मौसम अपडेट पर ध्यान रखें और सुरक्षा निर्देशों का पालन करें।
हमारी “India Meteorological Department” (आईएमडी) द्वारा जारी इस चेतावनी को हल्के में न लें — बदलाव बहुत तेजी से हो सकता है।


