चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास)-आर (LJP-RV) के लिए कहा जा रहा था कि वे सारण जिले की मढ़ौरा विधानसभा सीट पर अपनी महिला उम्मीदवार सीमा सिंह को मैदान में उतारेंगे। लेकिन नामांकन प्रक्रिया के दौरान सीमा का नामांकन खारिज कर दिया गया, जिससे राष्ट्रीय जनवादी गठबंधन (एनडीए) को उस सीट पर एक अप्रत्याशित झटका लगा है।
घटना का संक्षिप्त विवरण
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मढ़ौरा विधानसभा क्षेत्र से LJP-RV की तरफ से महिला उम्मीदवार सीमा सिंह का नामांकन हुआ था।
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नामांकन स्क्रूटनी के दौरान उनकी फाइल को चुनाव कार्यालय द्वारा खारिज कर दिया गया। इससे एनडीए गठबंधन की उस सीट से उम्मीद कम होती दिख रही है।
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यह सीट LJP-RV को गठबंधन में आवंटित थी और इसलिए खारिज होने से गठबंधन को रणनीतिक रूप से घाटा हुआ है।
राजनीतिक और रणनीतिक मायने
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यह घटना यह संकेत देती है कि निर्वाचन आयोग एवं रुझानों के बीच उम्मीदवार चयन एवं नामांकन प्रक्रिया कितनी संवेदनशील हो सकती है।
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एनडीए के लिए यह सीटें अहम हैं, सबसे 243 सीटों वाले विधानसभा चुनाव में प्रत्येक सीट का दबाव बढ़ा है।
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खारिज नामांकन वाली सीट इस तरह गठबंधन की समग्र रणनीति और प्रत्याशी प्रबंधन को चुनौती देती है।
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पार्टी और गठबंधन को अब इस सीट के लिए वैकल्पिक रणनीति अथवा अन्य उम्मीदवार खोजना पड़ सकता है।
आगे क्या देखने योग्य है
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यह देखना होगा कि सीमा सिंह किस वजह से नामांकन खारिज हुआ — तकनीकी कारण, दस्तावेज-अभाव या नियमों का उल्लंघन?
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एनडीए या LJP-RV द्वारा इस पर सार्वजनिक प्रतिक्रिया आएगी या नहीं? क्या पुनरावलोकन याचिका दाखिल की जाएगी?
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खारिज नामांकन का विपक्ष या अन्य दल कैसे लाभ उठाते हैं — क्या इस सीट पर मुकाबला और तीव्र होगा?
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इस सीट पर अब अन्य दलों द्वारा उम्मीदवार नामांकन प्रक्रिया को कैसे आगे बढ़ाया जाएगा, यह चुनावी दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण होगा।


