बिरसा भूमि लाइव
रांची : धनबाद जिले में नियमित रूप से व्यापारियों के साथ रंगदारी, धमकी, फायरिंग और आपराधिक घटनाओं से जिले में व्यापारिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हैं। जिले में बढते अपराध, रंगदारी की मांग और आये दिन प्रतिष्ठानों, व्यवसायियों और चिकित्सकों पर अपराधियों द्वारा फायरिंग की घटनाओं में वृद्धि हो रही है जिस कारण आज से धनबाद शहर में व्यवसायिक गतिविधियां अनिश्चितकालीन के लिए बंद कर दी गई है, जो राज्य के लिए चिंतनीय विषय है। कठिनाईयां इतनी भयावह हैं कि करवाचौथ त्यौहार जिसकी प्रतीक्षा पूरे एक वर्ष से व्यवसायी समाज करता है, के बावजूद आज धनबाद शहर की दुकानें बंद हैं।
उक्त बातें आज चैंबर भवन में हुई प्रेस वार्ता के दौरान चैंबर अध्यक्ष किशोर मंत्री ने कहीं। उन्होंने इस मामले में माननीय मुख्यमंत्री और डीजीपी से संज्ञान लेते हेतु त्वरित कार्रवाई की अपील की। यह कहा कि हम राज्य के विकास में सहभागी हैं पर इस तरह के कांड से व्यापारी समाज का मनोबल गिरता है। यदि स्थितियों को जल्द नियंत्रित नहीं किया गया तब हम राज्यभर में बंदी पर विचार करने को बाध्य होंगे। महासचिव परेश गट्टानी ने अवगत कराया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए चैंबर द्वारा धनबाद के व्यापारियों संग वार्ता कर स्थिति की समीक्षा की जा रही है। हम जल्द ही धनबाद भी जायेंगे और फिर आगे की रणनीति पर विचार करेंगे। हम व्यापारियों की जायज मांग पर उनके साथ खडे हैं।
चैंबर के लॉ एंड ऑर्डर उप समिति चेयरमेन राम बांगड ने कहा कि लगातार व्यापारियों के पास रंगदारी भरे वॉट्सएप कॉल्स आ रहे हैं। प्रशासन को लगातार अवगत कराने के बावजूद गंभीर कार्रवाई नहीं हो सकी है। सरकार को हम रेवेन्यू देते हैं पर व्यापारी को सुरक्षा नहीं दी जा रही है। जरूरतमंद व्यापारियों को आर्म्स लाइसेंस देने में भी उदासीनता बरती जाती है। विकास कार्यों में फेडरेशन हमेशा सरकार के साथ खडा है ऐसे में हम अपेक्षा करते हैं कि जब हमारी समस्या हो, तो सरकार और तंत्र भी हमारे साथ खडा हो। अपराध नियंत्रण पर यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई तब हम राज्यव्यापाी बंद के बारे में जरूर विचार करेंगे।
को-ऑर्डिनेशन विद एफिलियेटेड उप समिति के चेयरमेन रोहित पोद्दार ने कहा कि हमारी नाराजगी केवल धनबाद के लिए ही नहीं। विधि-व्यवस्था की समस्या प्रदेश के कई जिलों में पिछले एक वर्ष से बनी हुई है पर प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे व्यापारी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। धनबाद की बात करें तो थाना में शिकायत करते ही अपराधियों तक बातें लीक हो जाती हैं। वहां पर बडे और सक्षम पदाधिकारी की पदस्थापना जरूरी है। त्यौहारी सीजन के बावजूद यदि धनबाद में दुकानें अनिश्चितकालीन बंद की ओर हैं तब स्थिति समझी जा सकती है। प्रेस वार्ता के दौरान मौजूद ऑल इंडिया ऑटो स्पेयर पार्ट्स एसोसियेशन के प्रवक्ता आरके चौधरी ने कहा कि झारखण्ड के व्यापारी प्रतिदिन 100 करोड रू जीएसटी के साथ ही रोजगार मुहैया करा रहे हैं। यदि व्यापारियों को सुरक्षा नहीं दी जायेगी तब कैसे व्यापार संभव होगा।
प्रेस वार्ता के दौरान चैंबर के उपाध्यक्ष आदित्य मल्होत्रा, कोषाध्यक्ष ज्योति कुमारी, प्रवक्ता विकास विजयवर्गीय, कार्यकारिणी सदस्य संजय अखौरी, साहित्य पवन और धनबाद के व्यापारी विकास झांझरिया उपस्थित थे।