शिक्षा विभाग एवं पीएम पोषण (मध्याह्न भोजन) योजना की समीक्षा बैठक

बिरसा भूमि लाइव

  • उपायुक्त राहुल कुमार की अध्यक्षता में बैठक
  • सभी शिक्षकों को बायोमेट्रिक उपस्थिति बनाना अनिवार्य बायोमेट्रिक उपस्थिति नहीं बनाने वालें शिक्षकों पर कार्रवाई करने के निर्देश
  • बैठक में संबंधित सभी अधिकारियों/पदाधिकारियों को दिए गए आवश्यक दिशा-निर्देश
  • मिड डे मिल के चावल का उठाव एवं इसका वितरण ससमय कराने के निर्देश
  • हर्ष जोहार योजना पर विस्तृत चर्चा
  • ई-विद्यावाहिनी पोर्टल को अपडेट करने के निर्देश

रांची : उपायुक्त राहुल कुमार की अध्यक्षता में शनिवार को उपायुक्त सभागार में शिक्षा विभाग एवं पीएम पोषण (मध्याह्न भोजन) योजना की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला शिक्षा अधीक्षक रांची मिथलेश केरकेट्टा, रांची जिला के सभी प्रखण्ड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, रांची जिला के सभी प्रखण्ड कार्यक्रम पदाधिकारी, नोडल पदाधिकारी एमडीएम रहमत अली, सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी झारखंड शिक्षा परियोजना रांची आशीष कुमार और अन्य सभी संबंधित अधिकारी बैठक में शामिल थे।

ई-विद्यावाहिनी से सम्बंधित : उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा द्वारा ई-विद्यावाहिनी के प्रोगेस्न में खलारी, लापुंग, नगड़ी, रांची सदर, ओरमांझी में जिला औसत से काम पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा हैं, कहा इसे 15 दिनों के अंदर ई-विद्यावाहिनी में अपडेट कराना सुनिश्चित करें।

शिक्षक उपस्थिति : उपायुक्त ने शिक्षक उपस्थिति की जानकारी लेते हुए सम्बंधित अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा की सभी शिक्षकों को बायोमेट्रिक उपस्थिति बनाना अनिवार्य हैं। जो शिक्षक बायोमेट्रिक उपस्थिति नहीं बनाते है, उनपर कार्रवाई करने और उनसे स्पष्टीकरण मांगने के लिए सम्बंधित अधिकारी को निर्देश दिया गया एवं सम्बंधित अधिकारी से उपायुक्त रांची, ने जानकारी लेते हुए पूछा की अब तक कितनो का वेतन/मानदेय रोका गया।

छात्र उपस्थिति : उपायुक्त ने छात्र उपस्थिति की भी जानकारी लेते हुए ई-विद्यावाहिनी में इसे अपडेट कराना सुनिश्चित करने को कहा गया।

आधार सत्यापन : बैंक खाता सत्यापन में जिले के 19% बच्चों का अब तक पूर्ण किया गया हैं। जिसमें नामकुम, चान्हो, ओरमांझी, तमाड़, राहे इन प्रखण्ड का बैंक सत्यापन औसत से काफ़ी कम पाया गया है। जिसपर उपायुक्त रांची, द्वारा 15 दिनों के अंदर ई-विद्यावाहिनी से सम्बंधित सभी आंकड़े को पूर्ण करने का निर्देश देते हुए कहा की प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी इसकी गहन अनुश्रवण करेंगे।

नि:शुल्क पाठ्य पुस्तक वितरण की स्थिति : उपायुक्त ने नि:शुल्क पाठ्य पुस्तक वितरण की स्थिति की विस्तृत जानकारी लेते हुए सम्बंधित अधिकारी को पाठ्य पुस्तक के आंकड़ो को ई-विद्यावाहिनी में अपडेट करने का निर्देश दिया गया।

नि:शुल्क पोशाक वितरण की स्थिति : उपायुक्त रांची ने पहली कक्षा एवं दूसरी कक्षा के बच्चों के लिए पोशाक उपलब्धता हेतु विद्यालय प्रबंधन समिति एवं प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी को समय सीमा निर्धारण करते हुए कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया।

FLN कार्यक्रम (निपुण भारत) : उपायुक्त ने FLN कार्यक्रम (निपुण भारत) की समीक्षा करते हुए, FLN कार्यक्रम के अंतर्गत उपलब्ध कराए गए वर्क बुक, किट एवं नूपुर पुस्तक के उपयोग एवं अनुश्रवण के लिए सीआरपी और बीआरपी को अनुश्रवण करने का निर्देश दिया गया।

विद्यालय प्रबंधन समिति का प्रशिक्षण एवं विद्यालय विकास योजना : उपायुक्त ने विद्यालय प्रबंधन समिति का प्रशिक्षण एवं विद्यालय विकास योजना की समीक्षा करते हुए इसे अपडेट करने का निर्देश दिया गया।

प्रयास एवं प्रोजेक्ट रेल कार्यक्रम : उपायुक्त रांची, ने प्रयास एवं प्रोजेक्ट रेल कार्यक्रम पर विस्तृत चर्चा करते हुए पाया की प्रोजेक्ट रेल में 54% बच्चों का मूल्यांकन में उपस्थित पाया। जिसके लिए उपायुक्त रांची, द्वारा इसे और बढ़ाने के लिए सम्बंधित अधिकारी को निर्देश दिया एवं सहायक शिक्षक (पारा शिक्षक), कस्तूरबा गांधी बालिका (आवासीय) विद्यालय, आइसीटी की समीक्षा करते हुए इसमें सम्बंधित अधिकारी को कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।

विद्यालय स्वास्थ्य कार्यक्रम : उपायुक्त रांची, ने विद्यालय स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए इसे विद्यालयों द्वारा गहनता से लागु कराने को लेकर सम्बंधित अधिकारी को निर्देश दिया। इस कार्यक्रम में जहाँ कक्षा -6 से या इससे ऊपर कक्षा की पढ़ाई होती है, वहाँ इसे संचालित किया जाता है। इसके 16 मॉडल है। उपायुक्त रांची, द्वारा सभी विद्यालयों को प्रश्न बॉक्स स्थापित कराने को कहा गया।

मिड डे मिल के चावल का उठाव एवं इसका वितरण ससमय कराने के निर्देश : उपायुक्त रांची, द्वारा मिड डे मिल के चावल का उठाव एवं इसका वितरण ससमय कराने को लेकर सम्बंधित अधिकारी को कई दिशा निर्देश दिया।

हर्ष जोहार कार्यक्रम : उपायुक्त ने हर्ष जोहार योजना पर चर्चा करते कहा की बच्चों को ना केवल नैतिक शिक्षा बल्कि तनावमुक्त वातावरण में कैसे पढ़ाई करें यह काफ़ी महत्वपूर्ण हैं। इससे बच्चों को पढ़ाई के प्रति एकाग्रता लाने में सहायक होगा। जिससे बच्चे पढ़ाई को बोझ समझने के बजाए खेल खेल में शिक्षा ग्रहण करने में सफल होंगे। आपको जानकारी हो की झारखंड के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को अब खेल खेल में शिक्षा देने की योजना हैं।

राज्य सरकार ने हर्ष जोहार पाठ्यक्रम शुरू किया है। हर्ष जोहार के जरिए बच्चों को ना केवल नैतिक शिक्षा बल्कि तनावमुक्त वातावरण में कैसे पढ़ाई करें, इसके तरीके भी बताए जाएंगे। फिलहाल, इसकी शुरुआत उत्कृष्ट विद्यालय से हो रही है। जहां बच्चों के लिए प्रतिदिन 45 मिनट की एक घंटी होगी। हालांकि, इसे हर विषय की पढ़ाई के साथ बीच में 10 मिनट हर्ष जोहार के जरिए बच्चों को तनावमुक्त किया जा सकता है।

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