दिवाली के इस पर्व के अवसर पर शेयर बाजार में निवेशकों में नया उत्साह देखने को मिल रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस दिवाली के बाद कुछ ऐसे सेक्टर हैं जिनमें सतही निवेश नहीं बल्कि रणनीतिक निवेश से लाभ मिल सकता है।
मौजूदा आर्थिक स्थिति
हाल में देश की अर्थव्यवस्था ने मजबूत संकेत दिए हैं — मुद्रास्फीति कम हुई है, चालू खाते पर नियंत्रण बना हुआ है, तथा केंद्रीय बैंक की नीतियाँ सहायक बनी हुई हैं। इसके परिणामस्वरूप, बाजार में मध्यम-से-उच्च स्तर की उम्मीदें जताई जा रही हैं।
हालाँकि, कुछ हिस्सों में हल्की कमजोरी भी देखी गई है — उदाहरण के लिए, पिछले महिने बाजार में चुनौतियाँ आई थीं।
किन-किन सेक्टर्स पर रखी जाएँ निगाहें
विश्लेषकों ने निम्न-लिखित सेक्टर्स को विशेष अवसर के रूप में देखा है:
-
ऑटोमोबाइल और ऑटो एन्सिलरी (Auto & Auto-Parts) — वाहनों में घटक सामग्री का विस्तार और इलेक्ट्रिक वाहन (EV) का बढ़ता हिस्सा इसे आकर्षक बनाता है।
-
बैंकिंग, NBFCs और वित्तीय सेवाएं — क्रेडिट की मांग, बैंकिंग सुधार और नीतिगत समर्थन इसे प्रोत्साहित कर रहे हैं।
-
पावर इक्विपमेंट एवं इंफ्रास्ट्रक्चर — बिजली, ट्रांसमिशन, डेटा-सेंटर आदि में विस्तार इसे अगली स्केल-अप ले जा सकते हैं।
-
केमिकल्स, लॉजिस्टिक्स, माइक्रो-फाइनेंस — ये सेक्टर भी लंबे समय में सुधार की दिशा में देखे जा रहे हैं।
निवेश के लिए कुछ सुझाव
-
निवेश करते समय लंबी अवधि के नजरिए से सोचें; केवल त्योहार-मौके पर छोटी अवधि का लाभ न देखें।
-
सेक्टर चयन के साथ-साथ कंपनी की स्थिति, प्रबंधन गुणवत्ता और घाटे-मुनाफे की प्रवृत्ति देखें।
-
जोखिम के हिसाब से विविध पोर्टफोलियो रखने की सलाह दी जा रही है — पूरे धनराशि को एक ही सेक्टर में न लगाएं।
-
अगर आप नए हैं, तो छोटे-छोटे हिस्सों में निवेश शुरू करें और समय-समय पर पुनर्मूल्यांकन करें।
ध्यान देने योग्य बातें
– बाजार में उतार-चढ़ाव अभी भी संभावित हैं। विशेषज्ञों ने अगले 6–12 माह तक अस्थिरता बनी रहने की संभावना जताई है।
– मिडकैप/स्मॉलकैप कंपनियों में जोखिम अधिक है—वाले कैटेगरी में सावधानी बरतें।
– निवेश की जानकारी अपने हाल-हाल के वित्तीय लक्ष्यों और जोखिम-सहनशीलता के आधार पर ही लें।


