देश के नागरिकों को एक विशेष पत्र लिखते हुए नरेंद्र मोदी ने इस दीपावली के अवसर पर अपने विचार साझा किए हैं। उन्होंने कहा है कि भगवान राम हमें धर्म, सत्य एवं न्याय के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं।
पत्र में उन्होंने यह भी подч याद कराया कि हाल-ही में संपन्न हुई ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से देश ने अन्याय के खिलाफ अपनी शक्ति और संकल्प दिखाया है। उन्होंने कहा: “राम जी हमें सिखाते हैं कि अधर्म का अंत और धर्म का उदय होना चाहिए — यही मूल्य हमें आगे बढ़ने की दिशा दिखाते हैं।”
मोदी ने इस साल की दीपावली को विशेष इसलिए बताया क्योंकि देश के अनेक ऐसे जिलों में पहली बार दीप जलेंगे, जहाँ पूर्व में नक्सल-माओवादी गतिविधियों का प्रभाव रहा है। उन्होंने इसे एक बड़ी उपलब्धि माना है कि विकास-मार्ग पर लौटे लोग मुख्य धारा में शामिल हो गए हैं।
आगे उन्होंने नागरिकों से आह्वान किया है कि वे स्वदेशी उत्पाद अपनाएँ, सभी भाषाओं का सम्मान करें, स्वास्थ्य और योग को प्राथमिकता दें, तथा तेल उपयोग को कम करके पर्यावरण-सुरक्षा का ध्यान रखें। उन्होंने कहा- “जब एक दीप दूसरे को प्रकाश देता है, तो उसका प्रकाश घटता नहीं, बढ़ता है”—इसी भाव से हमें समाज में सहयोग, सौहार्द व प्रगति का दीप जलाना है।
पत्र का निष्कर्ष यह है कि हमें केवल धार्मिक रूप में दीपावली नहीं मनानी है, बल्कि इसे विकास-मंच पर एक अवसर बनाना है। एक विकसित, आत्मनिर्भर भारत का निर्माण तभी संभव है जब हम अपने आचरण, सोच व प्रयासों में राम-सदृश सत्य-धर्म-न्याय की भूमिका अपनाएँ।


