सिद्धार्थ पाण्डेय
जमशेदपुर : गुवा तथा बड़ाजामदा में लोक आस्था का महापर्व छठ पर्व पर रविवार को श्रद्धालुओं ने भगवान भास्कर को अर्पण किया अर्घ्य। इस दौरान छठ व्रतियों का 36 घंटा का निर्जला उपवास सोमवार को सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पण कर संपन्न होगा। गुवा के कुसुम घाट स्थित छठ घाट, कल्याण नगर स्थित छठ घाट तथा योग नगर स्थित छठ घाट में श्रद्धालुओं ने भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पण किया। इस दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए गुवा प्रशासन भी गुवा के विभिन्न छठ घाटों पर पुलिस बल के जवान तैनात रहे।
वहीं बड़ाजामदा में आदर्श मध्य विद्यालय के पास छठ घाट, नालदा गेट के पास छठ घाट तथा सत्संग विहार मंदिर के पास स्थित बोकना छठ घाट में छठ व्रतियों ने भगवान सूर्य को अर्ध्य अर्पण किया। श्रद्धालुओं ने अपने माथा में दौरा उठाकर नंगे पाव पैदल चलकर छठ घाट पहुंचे। वही समाजसेवियों द्वारा छठ घाटों में अच्छी विद्युत सुविधा के साथ में छठ के गीत बजाएं गए। महिलाओं ने छठ के गीत गाते हुए छठ घाट पहुंचे। छठ व्रती महिलाएं नदी में खड़े होकर भगवान सूर्य को प्रणाम कर मन्नते मांगी। दीपावली के बाद छठ में पटाखों की गुंज बनी रही।
नोवामुंडी में गंगा आरती के साथ आस्था का महापर्व छठ पर्व संपन्न
लोक आस्था का महापर्व छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान का गंगा आरती के साथ संपन्न हो गया। इस दौरान रविवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया गया तथा सोमवार को उदयीमान भगवान सूर्य को अर्घ्य के साथ ही बनारस से आए पंडित के द्वारा महा गंगा आरती की गई। जिसमें नोवामुंडी का ओड़िया तालाब छठ घाट गंगा आरती को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग उमड़ पड़े। छठ गीतों से घाट का पूरा वातावरण गूंज रहा था।
इस दौरान विश्व विख्यात गंगा आरती के तर्ज पर रविवार को आरती करते हुए डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया गया एवं सोमवार को उगते सूर्य भगवान को अर्घ्य के दौरान छठ व्रतियों ने फल और प्रसाद से भरा दउरा और सुप रखकर सूर्य उपासना की। ज्ञात हो कि नोवामुंडी ओड़िया तालाब छठ घाट में पहली बार गंगा आरती का आयोजन छठ कमेटी के लोगों के द्वारा किया गया था।