LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया के IPO ने भारतीय पूँजी बाजार में एक नए अध्याय की शुरुआत कर दी है। इस तीन दिवसीय सार्वजनिक निर्गम (IPO) को अब तक की सबसे ज़्यादा सब्सक्रिप्शन मिली — निवेशकों ने लगभग 4.4 लाख करोड़ रुपये की बोली लगाई।
रिकॉर्ड तोड़ सब्सक्रिप्शन
IPO में निवेशकों की अभूतपूर्व दिलचस्पी रही — कुल शेयरों की उपलब्धता के मुकाबले 54 गुना से ज़्यादा बोली — लगभग 3.85 अरब शेयरों के लिए मांग दर्ज हुई।
यह भारत का पहला IPO बन गया है जिसने ₹4 लाख करोड़ से ऊपर की सब्सक्रिप्शन राशि पार की।
निवेशकों की भागीदारी
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QIBs (Qualified Institutional Buyers) ने इस निर्गम में मुख्य भूमिका निभाई — उनकी सब्सक्रिप्शन दर लगभग 166.5 गुना रही।
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गैर-संस्थागत निवेशकों (NIIs) ने लगभग 22.4 गुना की सब्सक्रिप्शन की।
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रिटेल निवेशकों ने लगभग 3.5 गुना तक बोली लगाई।
अन्य विवरण और महत्व
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इस IPO में कोई नया शेयर जारी नहीं किया गया; मूल कंपनी अपने शेयर बेच रही है।
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IPO की कीमत सीमा ₹1,080 से ₹1,140 प्रति शेयर निर्धारित की गई थी।
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इस निर्गम को भारत के 2025 के सबसे बड़े IPOs में गिना जा रहा है।
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लिस्टिंग की संभावना 14 अक्टूबर घोषित की गई है।
चुनौतियाँ एवं संभावनाएँ
LG इलेक्ट्रॉनिक्स के इस निर्गम ने यह संकेत दिया है कि उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में निवेशकों का भरोसा लौट रहा है। लेकिन साथ ही, प्रशासनिक पारदर्शिता, संबंधित कर एवं रॉयल्टी दायित्वों की समीक्षा, और शेयरधारक हितों की सुरक्षा जैसे मामले भविष्य में चर्चा का विषय बन सकते हैं।
यह IPO न केवल LG के लिए बल्कि भारतीय शेयर बाजार के लिए एक मील का पत्थर है — निवेशकों को उम्मीद है कि यह लिस्टिंग उनकी पूँजी को बढ़ाने का अवसर बन सकती है।


