झारखंड में शनिवार को दो अलग-अलग जिलों में ऐसे दर्दनाक रेल हादसे सामने आए हैं, जिनमें से एक में रेलवे इंजीनियर थे। पहला हादसा Vande Bharat Express की चपेट में आकर पूर्वी सिंहभूम जिले के चाकुलिया-कानीमहुली के बीच हुआ। यहाँ कमारीगोड़ा निवासी 34 वर्षीय संतोष दास पेट्रोल पंप पर कार्यरत थे और घर से काम के लिए निकले थे जब ट्रेन उन्हें चपेट में ले ली।
दूसरी घटना सरायकेला-खरसावां जिले के सीनी-गम्हरिया रेलवे स्टेशनों के बीच बीरबाँस के समीप हुई। इस हादसे में 45 वर्षीय मनोज दास, जो रेल विभाग में पीडब्ल्यूआई इंजीनियर के पद पर तैनात थे, ट्रेन की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हुए और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। बताया गया है कि वह उस लाइन पर कार्यरत थे जहाँ डाउन लाइन पर कार्य चल रहा था, और उसी दौरान हादसा हुआ।
थाना प्रभारी विनय कुमार ने बताया कि दोनों घटनाओं के शवों का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंपा जा चुका है। इस हादसे ने यह स्पष्ट कर दिया है कि तेज गति वाली आधुनिक ट्रेनों के परिचालन के बीच ट्रैकवाले कार्यकर्ता और आम नागरिकों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देना कितना जरूरी है।


