बिहार के मोकामा विधानसभा क्षेत्र में दुलारचंद यादव की हत्या के बाद कानून-व्यवस्था को लेकर गंभीर चिंता पैदा हो गई है। इस मामले में आरोप है कि चुनाव प्रचार के दौरान हुई झड़प में गोली और वाहन चढ़ाने की घटना भी सामने आई है।
इस घटना के बाद चुनाव आयोग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन अधिकारियों को हटाने का आदेश दिया है। इनमें शामिल है पटना ग्रामीण के एसपी का तत्काल तबादला, साथ ही अन्य SDO/SDPO स्तर के अधिकारी भी निलंबित या पदस्थ स्थानांतरण के दायरे में आए हैं।
आयोग ने राज्य के डीजीपी से कार्रवाई रिपोर्ट भी तलब की है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अपराध-राजनीति के इस गठजोड़ के बीच शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित हो सके।
मोकामा में यह घटना इस क्षेत्र में पुराने राजनीतिक एवं अपराध-कनेक्शन वाले समीकरणों को फिर से उजागर कर रही है, जहां अपराधी गिरोह, वोट बैंक राजनीति और स्थानीय शक्तियों का गठजोड़ लंबे समय से चर्चा में रहा है।
इस पूरे प्रकरण से यह स्पष्ट हो गया है कि चुनाव के समय कानून-व्यवस्था बनाए रखना कितना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, और प्रशासन-चुनावी तंत्र को हर तरह की संसाधन और जवाबदेही के साथ सक्रिय रहना होगा।


