राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हरियाणा के अंबाला एयर बेस से एक राजकीय विमानन अभियान में हिस्सा लिया, जिसमें उन्होंने ‘Rafale’ लड़ाकू विमान में उड़ान भरी। यह घटनाक्रम इसलिए विशेष है क्योंकि यह विमान उस मिशन से जुड़ा रहा है जिसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ कहा गया था।
उन्होंने इस उड़ान को स्वयं “अविस्मरणीय अनुभव” बताया और कहा कि इस दौरान देश की रक्षा क्षमताओं पर उन्हें बेहद गर्व महसूस हुआ।
यह कदम प्रतीकात्मक रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है—राष्ट्रपति के रूप में देश की सशस्त्र सेनाओं से जुड़ाव, आधुनिक वायु शक्ति के मंच पर दृष्टिगोचर हुआ।
साथ ही इस उड़ान के माध्यम से यह संदेश भी गया कि भारत की वायुसेना और उसकी तैनाती-क्षमता आधुनिक और सक्रिय हैं।


