बिहार के प्रवासी छठ और दिवाली जैसे पर्वों पर घर लौटते हैं। इस साल सरकार ने इस भीड़भाड़ को देखते हुए 51 विशेष पूजा ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया है। इसके अतिरिक्त, 11 अतिरिक्त विमान सेवाएँ भी शुरू की जाएंगी, खासकर पटना को दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और अहमदाबाद से जोड़ने के लिए।
यात्रियों की सुविधाएँ और तैयारियाँ
पटना हवाई अड्डे के अधिकारियों का कहना है कि इन त्योहारों के दौरान लगभग 4,000 अतिरिक्त यात्रियों के आने की संभावना है। इसके मद्देनज़र एयरपोर्ट प्रबंधन पहले से तैयार है और किराया नियंत्रण (fare control) जैसी व्यवस्थाएँ लागू की जा रही हैं।
उदाहरण के लिए, दिल्ली–पटना की वापसी किराया लगभग ₹20,948 बताया गया है, जबकि अहमदाबाद–पटना की उड़ान ₹21,524 तक प्रस्तावित है। पिछले महीने ये किराए कहीं अधिक होते थे।
चुनाव और त्योहार का संबंध
इस आयोजन का एक निहित संदेश यह भी माना जा रहा है कि चुनाव तिथि तय करते समय सरकार ने छठ के बाद निर्णय लिया है, ताकि अधिक से अधिक लोग वापस आ सकें और मतदान कर सकें।
यात्रा सुगम बनाने की इन पहलों से यह संकेत मिलता है कि चुनाव आयोग और राज्य सरकार इस दौरान मतदाताओं की पहुंच और चुनावी सहभागिता को लेकर सतर्क हैं।


