बिरसा भूमि लाइव
- सिविल सेवा की तैयारी के लिए अभ्यर्थियों में जागरूकता के साथ साथ एकाग्रता जरूरी : रीमा मिश्रा
- नए बैच की शुरुआत आगामी 27 अगस्त से
गुमला : झारखंड के विद्यार्थियों में पोटेंशियल के साथ-साथ हर वह क्षमता मौजूद है, जो उसे सफल इंसान बना सकता है। जरूरत सही दिशा, मार्गदर्शन और लगातार मेहनत की होती है। साथ ही जो सबसे महत्वपूर्ण पहलू है, वह है जागरूकता। सिविल सेवा के क्षेत्र में जाने का कई अभ्यर्थियों का ख्वाब होता है लेकिन इस ओर जागरूकता की कमी के कारण कई अभ्यर्थी सही वक्त पर तैयारी नहीं कर पाते हैं। सिविल सेवा के ख्वाब रखने वाले अभ्यर्थियों को सही समय पर तैयारी करना भी अहम है। उक्त बातें देश की राजधानी दिल्ली से आए चाणक्य आईएएस एकेडमी के वाइस प्रेसिडेंट विनय मिश्रा ने गुमला में सिसई रोड गुमला स्थित होटल साभेकर सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान मीडियाकर्मियों से कही। उन्होंने कहा कि ग्रेजुएशन के साथ साथ यूपीएससी की तैयारी अभ्यर्थियों के लिए दोहरा लाभ साबित होता है। उन्होंने कहा कि चाणक्य आईएएस एकेडमी में 3 वर्षीय अपग्रेडेड फाउंडेशन कोर्स खास उन अभ्यर्थियों के लिए अहम है, जो 10+2 उत्तीर्ण के बाद ही यूपीएससी की तैयारी करने लगते हैं।
ग्रेजुएशन और यूपीएससी का पाठ्यक्रम एक-दूसरे का पूरक साबित होता है, जिससे ग्रेजुएशन की तैयारी के साथ साथ यूपीएससी की भी तैयारी में सहायक साबित होता है और पहले या दूसरे प्रयास में ही यूपीएससी में सफल होने के सपने को अभ्यर्थी हकीकत में तब्दील कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि यूपीएससी और जेपीएससी के लिए चाणक्य आईएएस एकेडमी की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि कक्षाएं जो राजधानी दिल्ली में विषय विशेषज्ञ लेते हैं, उन्हीं विषय विशेषज्ञों के माध्यम से रांची, धनबाद और हजारीबाग की शाखाओं में कक्षाएं संचालित कराई जाती है। साथ ही डाउट क्लासेज, अत्याधुनिक लाइब्रेरी व स्मार्ट कक्षाएं भी अभ्यर्थियों को प्रदान की जाती है। उन्होंने बताया कि चाणक्य आईएएस एकेडमी से जेपीएससी की परीक्षा में भी सैंकड़ों अभ्यर्थियों ने सफलता हासिल की है। साथ ही उन्होंने कहा कि खास कर देश की राजधानी दिल्ली में अभ्यर्थियों को मिलने वाली तमाम सुविधाएं रांची में अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराई जाती है। ऐसे में आर्थिक रूप से अनुकूल रांची के चाणक्य आईएएस एकेडमी से यूपीएससी या जेपीएससी की तैयारी कर अभ्यर्थी सफलता हासिल कर सकते हैं।
श्री मिश्रा ने बताया कि दिल्ली जैसे बड़े शहरों में अभ्यर्थी का ज्यादा समय सर्वाइव करने में ही निकल जाता है। श्री मिश्रा ने वैसे अभिभावकों, जो अपने स्टेटस के हिसाब से अपने होनहारों को दिल्ली जैसे शहर में भेजना चाहते हैं, उनसे अपील की है कि दिल्ली जैसी तमाम सुविधाएं रांची के चाणक्य आईएएस एकेडमी में उपलब्ध है। ऐसे में ना केवल यहां आर्थिक बचत होगी बल्कि अभ्यर्थियों को पढ़ाई के लिए एक बेहतर और अनुकूल वातावरण भी मिलेगा। वहीं मीडियाकर्मियों से मुखातिब होते हुए देश की राजधानी दिल्ली से चलकर आईं चाणक्य आईएएस एकेडमी की जनरल मैनेजर रीमा मिश्रा ने कहा कि करियर चुनाव में मार्गदर्शन आवश्यक है। साथ ही एकाग्रता के साथ किया गया परिश्रम भी सफलता के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि हाल ही में चाणक्य आईएएस एकेडमी से तैयारी कर यूपीएससी और जेपीएससी में सफल हुए कई अभ्यर्थी इसका जीता जागता उदाहरण है। उन्होंने कहा कि चाणक्य आईएएस एकेडमी में यूपीएससी के लिए तीन वर्षीय अपग्रेडेड फाउंडेशन कोर्स जिसमें प्रिलिम्स, मेन्स के साथ साथ साक्षात्कार की संपूर्ण तैयारी कराई जाती है। साथ ही ग्रेजुएशन किए हुए अभ्यर्थियों के लिए दो वर्षीय और एक वर्षीय कोर्स भी अभ्यर्थियों के लिए उपलब्ध है।
उन्होंने कहा कि झारखंड के रांची, धनबाद और हजारीबाग के शाखाओं में अभ्यर्थियों के लिए वे सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं, जो देश की राजधानी दिल्ली में अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराई जाती है। श्रीमती मिश्रा ने कहा कि यूपीएससी के साथ साथ चाणक्य आईएएस एकेडमी जेपीएससी की तैयारी कराती, जिसमें बड़ी संख्या में अभ्यर्थी सफल होते रहें हैं। उन्होंने बताया कि चाणक्य आईएएस एकेडमी की देश भर में 25 शाखाएं हैं और अब तक 5000 से भी अधिक अभ्यर्थी संस्थान से तैयारी कर सफलता हासिल कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि नया बैच आगामी 27 अगस्त से शुरू हो रहा है, जिसके लिए फिलहाल नामांकन जारी है।
संस्थान के रांची शाखा के ब्रांच मैनेजर सत्यम कश्यप ने कहा कि सुविधा के तौर पर मेंटोरशिप कार्यक्रम उपलब्ध है। अभ्यर्थियों को पूरे वर्ष कक्षाओं के साथ साथ पीटी व मेंस की तैयारी कराई जाती है और टेस्ट के माध्यम से तैयारी कराई जाती है। साथ ही साक्षात्कार के लिए जीडी भी कराया जाता है, जिससे अभ्यर्थी सिविल सेवा में इंटरव्यू के लिए पहले से तैयार रहे। संस्थान में अभ्यर्थियों को गाइड करने के लिए मेंटोर भी मौजूद रहते हैं, जो अभ्यर्थियों के डाउट का समाधान करते हैं तथा उत्तर लेखन में मदद करते हैं। मौके पर चाणक्य आईएएस एकेडमी की ओर से मुकेश व सोनू की भी भूमिका सराहनीय रही।