बिरसा भूमि लाइव
- अभिभावक ने डीसी व एसपी को आवेदन सौंपकर कार्रवाई की लगाई गुहार
- प्रबंधक ने आरोपों को किया सिरे से खारिज, कहा-तथ्यहीन और बेबुनियाद आरोप लगाकर विद्यालय की छवि को धूमिल करने की कोशिश
गुमला : सुर्खियों में रहने वाले गुमला के स्टार डीपीएस पब्लिक स्कूल पर बच्चों के साथ मारपीट और मानसिक उत्पीड़न की शिकायत करते हुए डीसी व एसपी से कार्रवाई की मांग की गई है। धोबी मुहल्ला गुमला के रहने वाले अभिभावक पवन कुमार रवि ने विद्यालय पर गंभीर आरोप लगाते हुए अधिकारी से कार्रवाई की गुहार लगायी है। शहर के जशपुर रोड स्थित गोकुल नगर के निजी मकान में संचालित स्टार डीपीएस पब्लिक स्कूल के प्रबंधक संदीप कुमार प्रसाद व उनकी पत्नी अनु कुमारी तथा स्कूल के प्रिंसीपल साजिया खातून के ऊपर आरोप लगाते हुए अधिकारी को सौंपे गए आवेदन में पवन ने अंकित किया है कि उनके तीन बच्चे उक्त विद्यालय में पढ़ते हैं। आए दिन स्कूल प्रबंधन द्वारा बच्चों से भिन्न-भिन्न तरीके से मारपीट एवं मानसिक उत्पीड़न की घटना होती रही है। पूर्व में भी संदीप कुमार प्रसाद के ऊपर हत्या का संगीन आरोप लग चुका है जिसका जीआर नंबर 891/2008 है।
पवन ने स्पष्ट किया है कि 18 अक्टूबर को छुट्टी के समय लगभग पौने दो बजे उनके बेटे को 3 महीने की फीस बकाया होने के कारण प्रबंधक संदीप कुमार प्रसाद के द्वारा आवेश में आकर दो-तीन थप्पड़ जड़ दिया गया था। इसके पश्चात 19 अक्टूबर को सुबह के लगभग 7:45 बजे अभिभावक अपने तीनों बच्चों को लेकर स्कूल छोड़ने के लिए गए जहां उक्त बातों को लेकर स्कूल प्रबंधक संदीप कुमार प्रसाद एवं उनकी पत्नी अनु कुमारी और प्रिंसिपल साजिया खातून से मुलाकात कर बातचीत की। बातचीत के दौरान उन लोगों के द्वारा अत्यंत अमर्यादित तरीके से जवाब दिया गया और बातों को गोल-गोल घुमाकर उल्टा अभिभावक को ही गलत साबित करने की कोशिश की गई। संबंधित मामले में डीसी से शिकायत की गई इसके पश्चात संदीप कुमार प्रसाद व उनकी पत्नी अनु कुमारी अभिभावक के आवास पर आकर समझौता का दबाव बनाते हुए समझौता न होने पर धमकी दी और कहा कि अंजाम बहुत बुरा होगा। इससे बड़ा-बड़ा मामला हम लोग सुलझा लिए। यह मामला तो कुछ भी नहीं। बड़े से बड़े अधिकारी हमारे स्कूल में आते हैं और सभी का सपोर्ट है, आप अकेले क्या कर लीजिएगा। इसके पश्चात 25 अक्टूबर को पुनः गवाहों के ऊपर दबाव बनाने तथा बच्चों की शिक्षा और सुरक्षा की बातों को लेकर अभिभावक ने डीसी से मुलाकात की।
पवन कुमार रवि का कहना है कि 28 अक्टूबर को उन्हें पूछताछ के लिए थाना बुलाया गया और जब वे थाना पहुंचे तो पाया कि वहां स्कूल प्रबंधक संदीप कुमार प्रसाद एवं उनकी पत्नी अनु कुमारी और कुछ व्यापारी स्कूल तथा कुछ शिक्षक मौजूद थे जिसके बाद हम दोनों ने अपना अपना पक्ष रखा। इस दौरान संदीप कुमार प्रसाद एवं उनकी पत्नी अनु कुमारी और उपस्थित व्यापारियों के द्वारा समझौता के लिए मुझ पर लगातार दबाव बनाने की कोशिश की गई। समझौता करने से मेरे द्वारा इनकार कर दिए जाने के साथ ही निष्पक्ष जांच की मांग करने पर दिनांक 3 नवंबर को स्टार डीपीएस स्कूल के व्हाट्सएप ग्रुप से बिना कोई सूचना दिए मेरा नंबर प्रिंसिपल के द्वारा हटा दिया गया। इसके बाद से अभिभावक होने के नाते अपने डरे सहमें बच्चों की शिक्षा और सुरक्षा को लेकर वह अत्यधिक चिंतित हैं।
अभिभावक पवन ने बताया कि संदीप कुमार प्रसाद व उनकी पत्नी अनु कुमारी तथा प्रिंसिपल साजिया खातून के द्वारा मनगढ़ंत कहानी बनाकर षड्यंत्र के तहत उन्हें ही उल्टा फंसाने की धमकी भी दी जा रही है। पुलिस अधीक्षक से फिलहाल इस मामले में निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की मांग करते हुए पवन का मानना है कि बिना किसी सरकारी मान्यता के अवैध तरीके से संचालित स्कूल के खिलाफ जिला व पुलिस प्रशासन कड़ी कार्रवाई आवश्यक करेगा ताकि शिक्षा को कारोबार बना चुके लोग समाज में दागदार हो सकें।
वहीं स्कूल प्रबंधक संदीप कुमार प्रसाद ने इस बाबत पूछे जाने पर पूरे प्रकरण को साजिश करार देते हुए सिरे से ख़ारिज करार दिया और कहा की घटना ऐसी कुछ घटी ही नहीं है। सारे आरोप एकदम से तथ्यहीन और बेबुनियाद हैं। ऐसा करके विद्यालय की छवि को धूमिल करने की कोशिश की जा रही है।