बिरसा भूमि लाइव
गुमला : उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता स्वास्थ्य विभाग से संबंधित समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया।स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के क्रम में उपायुक्त ने टीबी मुक्त अभियान, एनीमिया मुक्त, कुपोषण, मेंटल हेल्थ एंड वेलनेस, ब्लाइंडनेस कंट्रोल, नेशनल हेल्थ प्रोग्राम, मेटर्नल हेल्थ, जिले में संचालित सभी स्वास्थ्य उप केंद्रों की जानकारी, एडोलेसेंट हेल्थ, आयुष्मान कार्ड तथा फैमिली प्लानिंग, डेंगू, चिकन गुनिया आदि से जुड़े जिले में चल रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश दिए।
मेटर्नल हेल्थ एवं संस्थागत डिलीवरी के संबंध में उपायुक्त ने गर्भवती महिलाओं के ANC 1 एवं ANC 4 चेकअप को महत्व दिया। वहीं सस्थागत डिलीवरी को बढ़ावा देने हेतु नियमित रूप से लोगों में जागरूकता फैलाने, अस्पतालों में आवश्यक सुविधाओं को दुरुस्त करने एवं डॉक्टर्स की उपस्थित सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किए। प्राप्त डाटा के अनुसार अगस्त माह में जिले भर में 85% ANC 1 चेकअप एवं 86% ANC 4 चेकअप करवाए गए हैं।वहीं अगस्त माह में जिले भर में संस्थागत डिलीवरी 85% संस्थागत डिलीवरी किए गए उपायुक्त ने प्रखंड वार डाटा की समीक्षा करते हुए ANC चेकअप को शत प्रतिशत करने का निर्देश दिया।
इस दिशा में सभी स्वास्थ्य सहिया, एएनएम जीएनएम आदि को एक्टिव रूप से काम करने के निर्देश दिए।उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं का ANC चेकअप करवाना उनके स्वास्थ्य के लिए सबसे महत्वपूर्ण है, नजर अंदाज करने पर बच्चे एवं माता के शरीर पर दुष्प्रभाव पड़ने की संभावना हो सकती है। उपायुक्त ने संस्थागत डिलीवरी के रिपोर्ट के आधार पर संबंधित स्वास्थ्य उपकेंद्रों में संबंधित अधिकारियों को औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिए।
आयुष्मान कार्ड से संबंधित समीक्षा के क्रम में अब तक जिले में कुल 8 लाख लक्ष्य के विरुद्ध 4 लाख 72 हजार आयुष्मान कार्ड बनाया गया है।बैठक में बताया गया कि सर्वर खराब होने के कारण आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया धीमी हो गई है, अब पुनः तेजी से कार्ड बनाने का कार्य किया जाएगा। उपायुक्त ने आयुष्मान कार्ड बनाने के कार्य को सबसे महत्वपूर्ण बताया एवं इसमें निरंतर कार्य करते हुए अधिक से अधिक लोगो का आयुष्मान कार्ड बनाने के निर्देश दिए।
टीबी मुक्त अभियान के तहत अगस्त माह में जिले में संचयी प्रगति 97% बताया गया। उपायुक्त ने 2024 तक जिले को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य दिया जिसके लिए सभी संबंधित अधिकारियों को कड़ी मेहनत करने की बात कही। इसके अलावा उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत संचालित अन्य योजनाओं की भी समीक्षा की।
उपायुक्त ने स्वास्थ्य उपकेंद्रों की आवश्यक मरम्मती, एवं अनयूज्ड मशीनी उपकरणों का सदुपयोग करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही जिले में चल रहे एंबुलेंस की स्थिति की भी जानकारी ली। उन्होंने खराब एंबुलेंस की मरम्मती करवाने का निर्देश दिया। इसके अलावा उपायुक्त ने जिले के स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने हेतु संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया साथ ही इसकी मॉनिटर भी करते रहने की बात कही।
इस दौरान बैठक में एसडीओ सदर, सिविल सर्जन, एसीएमओ, डीपीएम सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य वरीय अधिकारी एवं कर्मी मौजूद रहें।।