झारखंड में क्रिकेट टीम चयन के नाम पर एक करोड़ रुपए की ठगी का मामला प्रकाश में आया है। शिवपहाड़ निवासी बुलबुल कुमार ने किसलय पल्लव (पिता: विनय कुमार सिन्हा) के खिलाफ नगर थाना में धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
उनके दावे के अनुसार, उनके पुत्र आशुतोष आनंद, जो अंडर-14 क्रिकेटर है, को झारखंड अंडर-19 और रणजी टीम में चयन दिलाने और कोचिंग देने का वादा किया गया था। इसके लिए किसलय ने चार वर्षों में 50 लाख रुपए किस्तों में ऑनलाइन लिए और बाकी 50 लाख रुपए नकद देने को कहा।
किसलय पल्लव ने बुलबुल को एक पत्र भी सौंपा था जिसमें BCCI का लोगो था और जिसमें मीडिया एडवाइजरी के साथ चयन की सूचना लिखी थी। बाद में जब इस पत्र की सत्यता जाँची गई, तो यह फर्जी निकला। वास्तव में आशुतोष का चयन किसी टीम के लिए नहीं हुआ था।
किसलय पल्लव ने खुद को दुमका जिला क्रिकेट संघ का सदस्य बताया और उन्होंने झारखंड के चयनकर्ताओं के साथ फोटो खिंचवाने का दावा किया। इस झांसे और नकली दस्तावेजों के सहारे लोगों से बड़े पैमाने पर राशि वसूली की गई।
बुलबुल ने अपनी शिकायत में मोबाइल व अन्य डिजिटल साक्ष्यों की निष्पक्ष जांच की मांग की है। नगर थाना मुखिया ने बताया कि मामले में किसलय पल्लव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और जांच टीम का गठन किया गया है।
यह मामला न सिर्फ खेल संबंधित धोखाधड़ी को उजागर करता है, बल्कि यह बताता है कि कैसे लालच व अवैध दवाब डालकर आश्वासन देने वाले लोग आम जनता को पहले भरोसा दिलाते हैं और बाद में बड़ी रकम ठग लेते हैं। इस प्रकार की घटनाओं के प्रति सतर्क रहना आवश्यक है।


