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लखनऊ : देश के प्रसिद्ध समाजवादी चिंतक व प्रखर नेता डॉ. राम मनोहर लोहिया साल 1967 में कन्नौज संसदीय सीट से जीतकर दिल्ली पहुंचे थे। कन्नौज संसदीय सीट के साल 1967 में अस्तित्व में आने के बाद ये पहला चुनाव था। ऐसे में डॉ. लोहिया को कन्नौज से पहला सांसद होने का गौरव प्राप्त है। खास बात यह रही कि डॉ. लोहिया मात्र 472 के अंतर से ये चुनाव जीते। गौरतलब है कि ये डॉ. लोहिया का आखिरी चुनाव था। इसी साल अक्टूबर महीने में उनका निधन हो गया।
1967 के चुनाव में जीते डॉ. लोहिया
चौथी संसद के लिए साल 1967 में हुए चुनाव में डॉ. राम मनोहर लोहिया संयुक्त् सोशलिस्ट पार्टी (एसएसपी) की टिकट पर कन्नौज संसदीय सीट से मैदान में उतरे। उनका मुकाबला कांग्रेस के एस0एन0 मिश्रा से था। डॉ. लोहिया को 93,578 (33.02) वोट आए। दूसरे स्थान पर रहे कांग्रेस के एस0एन0 मिश्रा को 93106 (32.88) वोट आए। डॉ. लोहिया ने मात्र 472 वोटों के अंतर से चुनाव जीत लिया। भारतीय जनसंघ (बीजेएस) और प्रजा सोशलिस्ट पार्टी (पीएसपी) के प्रत्याशी तीसरे और चौथे स्थान पर रहे। इस चुनाव में पांच प्रत्याशी मैदान में थे। जिसमें एक निर्दलीय था। कुल 294,581 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग इस चुनाव में किया।
पहली चुनाव चंदौली से लड़े, मिली निराशा
फर्रुखाबाद में कांग्रेस के सांसद मूलचंद्र दुबे के निधन के बाद 1963 में हुए उपचुनाव में डा. राममनोहर लोहिया फर्रुखाबाद से चुनाव मैदान में उतरे। और करीब 57 हजार वोटों के अंतर से डॉ. लोहिया जीतकर दिल्ली पहुंचे। डॉ. लोहिया ने अपना पहला चुनाव 1957 में लड़ा। दूसरी लोकसभा के लिए साल 1957 में हुए लोकसभा चुनाव में डॉ. लोहिया उप्र की चंदौली सीट से चुनाव मैदान में उतरे। लेकिन वो जीतने में कामयाब नहीं हुए। इसके बाद 1962 के आम चुनाव में डॉ. लोहिया फूलपुर सीट से प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से मुकाबले के लिए उतरे इस चुनाव में भी उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा।