बिरसा भूमि लाइव
गुमला : शनिवार को उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने कामडारा प्रखंड के दौरे के क्रम में राजकीय बुनियादी विद्यालय एवं कस्तूरबागांधी बालिका विद्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान उपायुक्त ने दोनो ही विद्यालय के शिक्षा व्यवस्था , विद्यालय भवन, बच्चों के शैक्षणिक स्तर आदि का निरीक्षण करते हुए आवश्यक दिशा निदेेश दिए।
राजकीय बुनियादी विद्यालय के निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने पिरामल फाउंडेशन के द्वारा फाउंडेशन लर्निंग के तहत किए जाने वाले कार्यों की जानकारी ली एवं पिरामल फाउंडेशन को योजनावार तरीके से कार्य करते हुए बच्चों के शैक्षणिक गुणवत्ता को बेहतर बनाने का निर्देश दिए। इस दौरान उपायुक्त ने विद्यालय के कई बच्चों से देर तक बात चीत की उनके शैक्षणिक स्तरों को टटोला। उक्त विद्यालय में पिछले कई सालों से बिजली कनेक्शन नहीं होने की जानकारी विद्यालय के प्रिंसिपल ने दिया ।जिसपर उपायुक्त ने विद्युत विभाग के इस प्रकार के रवैए से नाराजगी भी व्यक्त की तथा फौरन विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता को अपने कार्यालय में बुलाने का निर्देश दिए।
कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय के निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने विद्यालय एवं हॉस्टल के कमरों का भी दौरा किया। उपायुक्त ने विद्यालय के छोटे बड़े जरूरतों को विद्यालय फंड से पूर्ण करने का निर्देश दिया। वहीं विद्यालय के कुछ कमरों में पंखे न लगे होने पर उपायुक्त ने बीईओ पर नाराजगी जताई एवं प्राथमिकता के आधार पर पंखों को लगवाने का निर्देश दिया। वहीं विद्यालय के लाइब्रेरी, कंप्यूटर रूम तथा साइंस लैब , जिम हॉल, का निरीक्षण करते हुए उपायुक्त ने पाया सभी प्रकार के इक्विपमेंट के उपलब्ध होने के बावजूद विद्यालय में उसके देख रेख़ एवं सदुपयोग नहीं किए जा रहे हैं जिसपर भी उपायुक्त ने शिक्षकों पर नाराजगी व्यक्त की।
बीईओ को कड़ी चेतावनी देते हुए उपायुक्त ने लगातार उक्त विद्यालय का निरीक्षण करते हुए समस्याओं में सुधार करने का निर्देश दिए। इसके अलावा विद्यालय भवन के आवश्यक मरम्मती हेतु प्रस्ताव तैयार करने का भी निर्देश दिया। इस दौरान उपायुक्त ने विद्यालय की विद्यार्थियों से भी बात चीत की एवं उनके शैक्षणिक स्तरों से अवगत हुए, बच्चों को कंप्यूटर चलाने को कहा तथा उन्होंने स्वयं बच्चों को कंप्यूटर चलाने को लेकर कुछ महत्वपूर्ण जानकारी दी। इस दौरान जिला शिक्षा अधीक्षक, प्रखंड शिक्षा अधिकारी सहित संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक, शिक्षक, संबंधित संस्थानों के प्रतिनिधि एवं विद्यार्थी मौजूद रहें।।