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चैनपुर (गुमला) : संत जॉन पारिस के डीन फादर रजत एक्का का शव शुक्रवार को पारिस के बगान स्थित कुंए में मिला। मिली जानकारी के अनुसार डीन फा. रजत एक्का फादर पवन लकड़ा के साथ गुरुवार रात 8:30 बजे खाना खाया। इसके बाद दोनों अपने-अपने कमरे में सोने चले गए। फादर पवन लकड़ा ने बताया कि सुबह 5:30 बजे प्रत्येक दिन डीन फादर रजत एक्का मिस्सा के लिए मिस्सा घंटी बजाते थे। मगर शुक्रवार को मिस्सा घंटी नहीं बजाया तो मैंने घंटी बजाय फिर लगा कि सुबह-सुबह कहीं गए होंगे जिसके कारण मिस्सा भी मैने ही कराया। सुबह 8:00 बजे तक नाश्ता के लिए वह नहीं पहुंचे तो उनका खोजबीन किया गया मगर कहीं पता नहीं चला।
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सुबह 9 बजे के लगभग पारिस के बगान में काम करने गए विमला तिर्की ने डीन फा रजत का चप्पल एवं टॉर्च को कुएं के पास देखा इसके बाद इसकी सूचना पारिस में दी गई। जब लोग कुएं के पास पहुंचे तो फादर रजत का टोपी कुंए में दिखा। कुछ देर बाद फादर का शव कुंए में दिखने लगा। फादर पवन लकड़ा के द्वारा चैनपुर थाना को घटना की सूचना दी गई। चैनपुर पुलिस मौके पर पहुंचकर कुंए से फादर के शव को निकलवाया। हत्या या आत्महत्या दोनों पहलू की पुलिस गहनता पूर्वक जांच कर रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए गुमला सदर अस्पताल भेजा जाएगा।
इधर डीन फादर रजत एक्का का शव कुंए से मिलने के बाद ख्रीस्तीय समाज के लोग काफी मर्माहत है। फादर के एक झलक पाने के लिए चैनपुर बारिश में लोगों की भीड़ जुट गई।
जीवन परिचय : फा. रजत एक्का का जन्म 27 जनवरी 1962 को जारी प्रखंड के रिगनी टोली गांव में हुआ था। 61 वर्ष की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनका पुरोहिताभिषेक 1993 में हुआ था। 2018 में उनके पुरोहिताई जीवन के 25 वर्ष पूर्ण होने पर रजत जयंती समारोह मनाया गया था। वही 2019 में फा. रजत पहली बार डीन बनकर आए थे। वह पांच भाई बहनों में तीसरे स्थान पर थे। उनके कुशल व्यवहार एवं लोगों के लिए किए गए बेहतर कार्य चैनपुर के लोगों के दिलों में अमिट छाप छोड़ गया है।
इधर मामले की जानकारी मिलते हैं पर प्रशासक फा लीनुस पिंगल एक्का चैनपुर बारिश पहुंच कर घटना की जानकारी ली।