बिरसा भूमि लाइव
रांची : पूर्व क्षेत्र संस्कृति केंद्र, कोलकाता संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार एवं सांस्कृतिक कार्य निदेशालय झारखंड सरकार के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित झारखंड के 100 गांव में अमृत कलश यात्रा का आज समापन ऑड्रे हाउस में किया गया। आज के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप धर्मेंद्र कुमार दीक्षित एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम समिति सदस्य ईजेडसीसी चंद्रदेव सिंह, विवेक कुमार सिंह प्रशाखा पदाधिकारी, सांस्कृतिक कार्य निदेशालय, सुभम शर्मा सहायक अनुभाग अधिकारी, नेहरू युवा केंद्र संगठन, कलावती कुमारी, सुजीत कुमार उपस्थित हुए। सभी अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर इस समापन समारोह का विधिवत उद्घाटन किया। कार्यक्रम समिति सदस्य चंद्र देव सिंह ने अतिथियों को पुष्पगुच्छ, अंग वस्त्र एवं मोमेंट देकर सम्मानित किया।
अमृत कलश यात्रा अभियान की शुरुआत 28 सितंबर से की गई थी। कार्यक्रम के अंतर्गत दो स्तर पर अमृत कलश यात्रा अभियान चलानी थी जिसमें पहले स्तर गांव, और दूसरा स्तर प्रखंड का था। गांव स्तर के कार्यक्रम में हर प्रखंड के नौ गांव से मिट्टी जो अलग-अलग कलश में संग्रहित कर उसे प्रखंड स्तर पर एक बड़े कलश में सभी नौ गांव की मिट्टी को समाहित करना था प्रखंड स्तर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी के उपस्थिति में सभी 17 प्रखंडों में गांव से एकत्रित की हुई मिट्टी को समाहित किया गया। आज एक राज्य स्तरीय कार्यक्रम के अंतर्गत सभी 17 प्रखंडों की मिट्टी को दो बड़े क्लासों में निदेशक संस्कृति धर्मेंद्र कुमार दीक्षित, कार्यक्रम समिति सदस्य चंद्रदेव सिंह, प्रशाखा पदाधिकारी विवेक कुमार सिंह, सुजीत कुमार के उपस्थिति में शुभम शर्मा सहायक अनुभाग अधिकारी नेहरू युवा केंद्र संगठन को सोपा गया ।जो दिल्ली के कर्तव्य पथ पर बन रहे अमृत वाटिका को विकसित करने के लिए भेजा जाएगा। इस अमृत वाटिका पर देश के शहीदों का नाम नामांकित होगा।
इस कार्यक्रम को करने के पीछे उद्देश्य की हमारे स्वतंत्रता के लिए हमारे कई वीर शहीदों ने अपनी जान की कुर्बानी दी है जिनमें से कुछ स्वतंत्रता सेनानी तो ऐसे हैं जिनके बारे में देश के नागरिकों को मालूम भी नहीं है, वह आजादी के लड़ाई में कुर्बान हो गए और उनकी कुर्बानी के बारे में किसी को नहीं पता है। इस कार्यक्रम के माध्यम से ऐसे सेनानियों को बारे में लोगों को बताया जाना है इसके साथ-साथ उनके नाम को एक स्मारक पट्टी पर अंकित भी किया जाएगा भारत को आजाद हुए 75 वर्ष पूरे हो चुके हैं और आजादी के 75 वर्ष के उपलक्ष में प्रधानमंत्री की अमृत महोत्सव को समापन के श्रृंखला में यह कार्यक्रम है।
मुख्य अतिथि महोदय ने अपने संबोधन में कहे की इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य देश के उन वीर शहीदों को याद करना एवं जन जन तक देश के असंख्य वीरों के प्रति नतमस्तक होकर सपनों के भारत को साकार करने का संकल्प को आगे बढ़ते हुए मार्ग प्रशस्त करना। इस पूरे अमृत कलश यात्रा अभियान में स्थानीय लोक कलाकारों ने देश प्रेम की भावनाओं के साथ देश भक्ति गीतों से ग्रामीण जनता में देशभक्ति से आउटपुट कर दिए और सभी ने बढ़-चढ़कर इस अमृत कलश यात्रा में भाग लिए और 17 प्रखंडों से कुल 100 अमृत कलश संग्रहित करने में सफल हुए।
आज के समापन समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम की भी प्रस्तुति की गई। जिसमें राज्य के लोक गीत कलाकार पूनम सिंह, मेरा देश मेरी माटी, बिरसा मुंडा को याद करते हुए गीत माध्यम से याद की गई। निर्भय सिंह एवं झूमर लोक गीत कलाकारों ने नृत्य की प्रस्तुति देकर मौहाल को देश प्रेम की भावना से ओत-प्रोत कर दिया। झारखंड राज्य के 17 प्रखंडो के 100 गाँव जिसमें रांची जिला के बुंडू, सोनाहातू, राहे, तमाड़, इटकी, मनिका ,कुकड़ू नारायणपुर ,बरवाडीह, करमाटाड़, सिल्ली, बेड़ो ओरामांझी, रातू, कांके नगड़ी अनगढ़ा आदि प्रखंडों में अभियान चलाया गया।
कार्यक्रम का मंच संचालन अंजू बरवा ने किया। वही धन्यवाद ज्ञापन राजकुमार जी ने किया । कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वालों में निर्भय कुमार, मुकेश लोहारा, द्रौपदी देवी, शिवरतन ठाकुर, केवल महतो, सुनीता देवी, सोनी कुमारी, उमेश महली आदि सदस्यों ने प्रखंडों से मिट्टी को एकत्रित करने में योगदान दिया।