भारत की दृष्टिहीन धाविका सिमरन शर्मा ने हाल ही में दिल्ली में आयोजित विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में 100 मीटर T12 में स्वर्ण और 200 मीटर में रजत पदक जीते थे। हालांकि, अब उनके दोनों पदकों पर संकट मंडरा रहा है। उनके गाइड उमर सैफी को डोपिंग टेस्ट में विफल पाए जाने के कारण राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (NADA) ने अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है।
सैफी के नमूने में ड्रोस्टैनोलोन, एक प्रतिबंधित एनाबोलिक स्टेरॉयड, पाया गया है, जो मांसपेशियों की ताकत बढ़ाने में मदद करता है। यह डोप टेस्ट 7 सितंबर 2025 को दिल्ली स्टेट ओपन में लिया गया था, जहां उन्होंने सिमरन के साथ 200 मीटर में स्वर्ण पदक जीता था।
अंतरराष्ट्रीय पैरालंपिक समिति (IPC) के नियमों के अनुसार, यदि गाइड डोपिंग नियमों का उल्लंघन करता है, तो मुख्य एथलीट के पदक भी रद्द किए जा सकते हैं। इसलिए, सिमरन के दोनों पदकों को रद्द करने की संभावना है।
सिमरन ने इस स्थिति पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन उन्होंने हाल ही में आयोजित एक सम्मान समारोह में भाग नहीं लिया, जिससे उनकी चिंता और निराशा स्पष्ट होती है।
यह घटना भारतीय पैरा एथलेटिक्स समुदाय के लिए एक बड़ा झटका है, और यह डोपिंग रोधी नियमों के पालन की महत्ता को फिर से उजागर करती है।