बिरसा भूमि लाइव
रांची: राज्य के मूलवासी छात्र अपने हक-अधिकार की मांगों को लेकर सड़क से ऑनलाइन जगत में भी काफी प्रयासरत है। शुक्रवार 10 मार्च को डिजिटल ट्विटर महाअभियान चलाया गया। वर्तमान राज्य सरकार के द्वारा राज्य के सबसे गंभीर मसला नियोजन नीति को लेकर एक रिकॉर्डेड ऑडियो कॉल सर्वे किया गया। जिसमें इस सर्वे का रिजल्ट 2016 से पूर्व के नियोजन नीति के सहमति में तथाकथित रूप से राज्य के 73% युवाओं ने अपनी सहमति की बात कही गई।
इस फर्जी तथाकथित ऑडियो सर्वे के प्रतिकार हेतु हम झारखंडी छात्रों के द्वारा आज ओपन पब्लिक प्लेटफॉर्म में एक डिजिटल ट्विटर महाअभियान #60_40_नाय_चलतो चलाया गया। जो कि राज्य का ऐतिहासिक डिजिटल ट्विटर महाअभियान रहा।
आज यह अभियान पूरे इंडिया लेवल में नंबर वन स्थान के साथ खास ट्रेंडिंग में लगातार बना रहा। वर्तमान सरकार के इस फर्जी रिकॉर्डेड ऑडियो सर्वे को ओपन पब्लिक प्लेटफॉर्म में पर्दाफाश एवं प्रतिकार किया गया। छात्र नेता देवेंद्रनाथ महतो ने मीडिया वार्ता में जानकारी देते हुए कहा कि, आज राज्य के झारखंडी छात्रों के द्वारा अपने खतियान आधारित नियोजन नीति के मांग को ऑनलाइन जगत में रखते हुए अब तक कुल 3.40 लाख से भी अधिक ट्विट किया गया, जो कि राज्य के लिए ऐतिहासिक रहा।
वर्तमान राज्य सरकार के द्वारा आगामी नियोजन नीति (60-40 नियोजन नीति) में हो रहे निम्न गड़बड़-झाला को उजागर करने का कोशिश किया गया है। इसमें 40% सीट ओपन-टू-ऑल इंडिया को सरकारी आमंत्रण, क्षेत्रीय रीति-रिवाज के बैरियर को ध्वस्त करना, संस्कृत, उर्दू,अंग्रेजी को क्षेत्रीय भाषा नियोजन में अनावश्यक जोड़ना और स्थानीय आरक्षित वर्ग के 60% सीटों में भी गैरखतियानी का महामिश्रण आदि शामिल है।
इस डिजिटल ट्विटर महाअभियान को सफल बनाने में योगेश भारती, कुणाल प्रताप सिंह, विनय सिंह, राजेश ओझा, स्मृति मैम, मोतीलाल महतो, गुलाम हुसैन, अनिल कुमार, बासु कुमार एवं छात्र नेता मनोज यादव आदि सदस्य सक्रिय रहे।