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नई शिक्षा नीति से झारखंड की जनजाति और क्षेत्रीय भाषाओं को मिलेगा लाभ
रांची : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा 12वीं तक की शिक्षा को क्षेत्रीय, स्थानीय भाषाओं में देने की पहल का स्वागत किया। कहा कि विद्यार्थियों के भाषाई विविधता, सांस्कृतिक समझ और शैक्षणिक सफलता को बढ़ावा देने की दिशा में बहुभाषी शिक्षा का महत्वपूर्ण दृष्टिकोण में व्यापक रूप से मान्यता प्रदान करते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा 12वीं तक की शिक्षा को मातृभाषा, क्षेत्रीय भाषा, स्थानीय भाषा को शिक्षा का माध्यम बनाने के निर्णय का स्वागत।
श्री मरांडी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बनी नई शिक्षा नीति से स्थानीय, क्षेत्रीय भाषाओं के विकास का मार्ग प्रशस्त हो रहा। झारखंड की स्थानीय और जनजातीय भाषाएं और पल्लवित, पुष्पित होंगी।