बिरसा भूमि लाइव
रांची: दी इंस्टिट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ़ इंडिया, रांची शाखा के द्वारा मेकॉन कम्युनिटी हॉल, श्यामली, रांची में महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम के अंतरगर्त ” लीडरशिप स्किल” विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला में उपस्थित महिला चार्टर्ड एकाउंटेंट्स और अन्य को सम्बोधित करते हुए इंस्टिट्यूट की रीजनल कौंसिल सदस्य और इस कार्यक्रम की वक्ता सीए मनीषा बियानी ने कही कि आज भारत में हर स्तर पर महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें प्रयासरत हैं, इसका प्रमुख उदहारण बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, महिला समूह, स्थानीय संस्थाओं के चुनावों में महिलाओं का आरक्षण जैसे महत्वपूर्ण कदम है। और यह जरूरी भी है क्योंकि देश के आधे आबादी के सशक्तिकरण के बिना देश विकसित नहीं बन सकता।
उन्होंने बताया की सीए इंस्टिट्यूट भी महिला चार्टर्ड एकाउंटेंट्स के सशक्तिकरण हेतु महत्वपूर्ण कदम उठा रही है आज देश के कूल चार्टर्ड एकाउंटेंट्स में 27% महिला चार्टर्ड एकाउंटेंट्स है। आज लगभग आधे सीए के विधार्थी के रूप में लड़कियां निबंधित है। इंस्टिट्यूट ने अभी कुछ महीना पहले ऐसे महिला चार्टर्ड एकाउंटेंट्स के लिए विशेष भर्ती अभियान (कैंपस प्लेसमेंट) का आयोजन किया था जिसमे वैसे महिला चार्टर्ड एकाउंटेंट्स जो घर से बहार जाकर कार्य करने में असमर्थित है और दिन के कुछ घंटे अपने घर से कार्य करना चाहती है उनके लिए यह कैंपस प्लेसमेंट था जिसमे काफी बड़ी बड़ी कंपनियों ने भाग लिए और नियुक्तियां दी। इसके अलावा भी महिला चार्टर्ड एकाउंटेंट्स इंस्टिट्यूट के विभिन्न कार्यों जैसे परीक्षा से सम्बंधित कार्य-प्रश्न पत्र तैयार करना, कॉपी चेकर बनकर, आब्जर्वर बनकर या इंस्टिट्यूट द्वारा संचालित विभिन्न पोस्ट क्वालिफिकेशन कोर्स या इंस्टिट्यूट के बोर्ड ऑफ़ स्टडीज में सीए कोर्स के विभिन्न विषयों में, सॉफ्ट स्किल और आई टी ट्रेनिंग कोर्स में फैकल्टी बनकर, इंस्टिट्यूट के क्वालिटी रिव्यु बोर्ड में रिव्युवर बनकर सालाना घर बैठे लाखों कमा सकते हैं, इसके अलावा इंस्टिट्यूट के द्वारा प्रकाशित जर्नल या अन्य पुस्तकों में लेख के लिए भी अच्छी भुगतान कि जाती है।
इससे पूर्व अपने उद्धघाटन भाषण में इंस्टिट्यूट के रांची शाखा के अध्यक्ष सीए पंकज मक्कड़ ने कहा क़ि आगे बढ़ने और सफल होने की शक्ति हर महिला में होती है, सिर्फ इससे जगाने क़ि जरुरत होती है। अपने रांची में ही काफी सारी महिलायीं सफल उधमी बनकर विभिन्न संस्थानों के सञ्चालन कर रही है, और विशेषकर महिला चार्टर्ड अकाउंटेंट वित् क्षेत्र क़ि विशेषज्ञ होती हैं इस कारण उनके लिए एक सफल उधमी बनना काफी आसान होता है और आज का महिला सश्क्तिकरण विशेषकर महिला चार्टर्ड अकाउंटेंट के सशक्तिकरण हेतु क्या – क्या उपाय हो सकते हैं और इंस्टिट्यूट इस संदर्भ में कैसे मददगार साबित हो सकती है। इस कार्यशाला के माध्यम से इसकी पूरी जानकारी प्राप्त करने में हमें काफी मदद मिलेगी।
इस कार्यशाला का आयोजन सीए निधि सराफ की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। इंस्टिट्यूट की रांची शाखा की उपाध्यक्षा सीए श्रद्धा बगला ने भी अपने विचार रखे। रांची शाखा के सचिव सीए निशांत मोदी ने धन्यवाद ज्ञापन दिए।