झारखंड के टाटानगर से पंजाब के अमृतसर को जोड़ने वाली प्रसिद्ध ट्रेन टाटानगर‑अमृतसर जलियाँवाला बाग एक्सप्रेस को आगामी 1 दिसंबर से 27 फरवरी तक रद्द करने का निर्णय लिया गया है।
यह ट्रेन प्रत्येक सोमवार और बुधवार को चलती है तथा लगभग 1,747 किलोमीटर की दूरी करीब 33 घंटों में तय करती है।
रेलवे ने ट्रेन को रद्द करने का कारण कोहरे की आशंका बताया है।
हालाँकि यात्रियों का कहना है कि ठंड के मौसम में इस तरह कई वर्षों से यही पैटर्न हो रहा है, और अन्य ट्रेनों (जैसे ‘पुरुषोत्तम’, ‘राजधानी’) को चलने दिया जाता है जबकि इस विशेष ट्रेनों को बंद कर दिया जाता है।
इस फैसले से झारखंड, बंगाल, बिहार एवं उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों से आने-जाने वाले लगभग हर फेरे में 1,500 से अधिक यात्रियों को परेशानी हो सकती है। सिर्फ टाटानगर से ही हर फेरे में 700-800 यात्री इस ट्रेन का उपयोग करते थे।
यात्रियों का कहना है कि इस ट्रेन के बंद होने से अन्य ट्रेनों पर दबाव बढ़ जाएगा, लंबी प्रतीक्षा और अधिक किराया देना पड़ सकता है।
सिख समाज के प्रतिनिधियों ने कहा है कि यह ट्रेन सामाजिक-धार्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है क्योंकि अमृतसर-वाले धार्मिक स्थल के लिए यह एक सहज मार्ग रही है। उन्होंने रेलवे से पुनर्विचार की मांग की है।
यह मांग भी की जा रही है कि इस ट्रेन का परिचालन कम-से-कम सप्ताह में चार दिन किया जाए।
इस प्रकार, इस वर्ष के ठंड के मौसम में इस ट्रेन का बंद-होना यात्रियों के लिए एक अप्रत्याशित चुनौती बन गया है।


