स्टील क्षेत्र की प्रमुख कंपनी Tata Steel ने अपनी तिमाही वित्तीय रिपोर्ट की घोषणा से पहले एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। कंपनी ने बताया है कि उसकी निदेशक मंडल की बैठक बुधवार, 12 नवंबर 2025 को होगी, जिसमें 30 सितंबर 2025 को समाप्त तिमाही (Q2 FY26) के एकीकृत एवं अकेले (Standalone) वित्तीय परिणाम को स्वीकृत करने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
कंपनी के शेयर-मूल्य पर यह घोषित बैठक का प्रभाव पहले से दिख रहा है — टूटी हुई कीमतों, निवेशकों की अनिश्चितता और “मल्टीबैगर” के रैप के बावजूद कंपनी की आगे की दिशा को लेकर सवाल खड़े हैं।
विश्लेषक इस तिमाही में Tata Steel के मुनाफे में तीव्र वृद्धि की संभावना बता रहे हैं। उदाहरण के लिए, एक ब्रोकरेज अनुमान लगा रहा है कि कंपनी का समायोजित मुनाफा साल-दर-साल बढ़कर लगभग ₹3,000 करोड़ तक पहुंच सकता है।
साथ ही, उत्पादन की दृष्टि से भी कंपनी ने सकारात्मक संकेत दिए हैं — भारत में क्रूड स्टील उत्पादन में 7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे लागत नियंत्रण के पक्ष में माहौल बन रहा है।
निवेशक एवं बाजार विशेषज्ञ इसे इस तरह देख रहे हैं कि ये घोषणा कंपनी की आगामी रणनीति, वैश्विक मांग-ढांचे और घरेलू स्टील की कीमतों पर निर्भर करेगी। ऐसे में इस Q2 को Tata Steel के लिए मोड़ का समय माना जा सकता है — जहाँ परिणामों के साथ कंपनी की आगे की दिशा स्पष्ट होगी।


