बिरसा भूमि लाइव
- 17.72 करोड़ रुपए का हुआ अनुबंध
रांची: एंड-टू-एंड ड्रिलिंग और प्राकृतिक संसाधनों की खोज प्रदान करने वाले इंटीग्रेटेड सर्विस प्रोवाइडर साउथ वेस्ट पिनेकल एक्सप्लोरेशन लिमिटेड (एसडब्ल्यूपीईएल) ने सेंट्रल माइन प्लानिंग एंड डिजाइन इंस्टीट्यूट लिमिटेड (सीएमपीडीआई) से दो नए अनुबंध किये हैं। अनुबंध के तहत कोयले की खोज के लिए 3डी भूकंपीय और प्रतिरोधकता इमेजिंग सर्वेक्षण, लागत 11.29 करोड़ रुपए लगेगा। कंपनी ने इस परियोजना का परिचालन शुरू करने की योजना तैयार कर ली है और वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही तक इसे पूरा करने की उम्मीद है।
वहीं, कोयले की खोज के लिए परियोजना, लागत 6.43 करोड़ रुपए के परियोजना में परिचालन शुरू हो गया है और वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही तक अस्थायी रूप से पूरा होने की उम्मीद है। दोनों परियोजनाएं झारखंड राज्य में हैं। ये नए अनुबंध एसडब्ल्यूपीई की ऑर्डर बुक को पहले से और मजबूत करते हैं और इसे 311.9 करोड़ रुपए तक ले जाते हैं। इसके साथ-साथ कंपनी ने हाल ही में सरकार से झारखंड में एक कोयला ब्लॉक भी हासिल किया है, जिसमें वह वित्त वर्ष 2025 तक कोयले के लिए खनन शुरू कर देगी।
कंपनी चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर विकास जैन ने कहा कि सेंट्रल माइन प्लानिंग एंड डिज़ाइन इंस्टीट्यूट के साथ दो नए अनुबंधों की घोषणा करते हुए हमें खुशी का अनुभव हो रहा है। परियोजनाओं में झारखंड राज्य में 3डी भूकंपीय और प्रतिरोधकता इमेजिंग सर्वेक्षण और कोयले की खोज शामिल है। ये अनुबंध संचयी रूप से 17.72 करोड़ रुपये के हैं और हम वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही तक उन्हें अस्थायी रूप से पूरा करने की उम्मीद करते हैं। यह हमारी ऑर्डर बुक को और मजबूत करते हैं और इनसे राज्य में हमारे अपने कोयला खनन के एप प्रयासों को भी और गति मिलती है, जो वित्त वर्ष 2025 तक शुरू होने वाले हैं।