नई दिल्ली — वेस्ट इंडीज के खिलाफ होने वाली टेस्ट श्रृंखला की तैयारी के दौरान भारत के कप्तान शुभमन गिल को तेज गेंदबाजों और थ्रो-डाउन विशेषज्ञों से कड़ी परीक्षा का सामना करना पड़ा है। प्रशिक्षण सत्रों में उन्हें कई बार आउटसाइड एज और ऊपर से आने वाली गेंदों से परेशान होते देखा गया।
टीम ने तेज गेंदबाजों, स्पिनरों और थ्रो-डाउन विशेषज्ञों को मिलाकर एक मिश्रित अभ्यास व्यवस्था बनाई है, ताकि बल्लेबाजों को विभिन्न प्रकार की लय और चुनौती मिल सके। गिल ने नेट अभ्यास में गेंदों की विविध रफ्तार, स्विंग और उछाल का सामना किया और अपनी तकनीक में सामंजस्य लाने की कोशिश की।
विश्लेषकों का मानना है कि इस कठिनाई का मकसद गिल को मानसिक और तकनीकी रूप से मजबूत बनाना है, ताकि श्रृंखला के दौरान वह किसी भी परिस्थिती में स्थिरता दिखा सकें। भारत-वेस्ट इंडीज की दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला 2 अक्टूबर से शुरू हो रही है।