बिरसा भूमि लाइव
रांची: शहीद फादर स्टैन स्वामी न्याय मोर्चा के बैनर तले अल्बर्ट एक्का चौक पर शनिवार को हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से फादर स्टैन स्वामी के जेल में हुई हत्या के दोषियों को सजा एवं देशभर के जेलों में बंद मानवाधिकार राजनीतिक कार्यकर्ताओं, निर्दोष गरीबों और आदिवासियो की जेलों से रिहाई की मांग की गयी। इस कैम्पेन में छह हजार से अधिक रांची के प्रबुद्ध नागरिकों छात्रों, युवा, महिलाओं और पुलिसकर्मियों ने अपना हस्ताक्षर किया। हस्ताक्षर अभियान के दौरान सरकार और न्यायायिक कुव्यवस्था के खिलाफ़ लोगों का गुस्सा साफ दिखा। अभियान के माध्यम से हस्ताक्षर युक्त प्रतियां महामहीम राष्ट्रपति को सौंपा जाएगा। हस्ताक्षर आभियान के ज़रिए यूएपीए और देशद्रोह जैसे कानूनों को रद्द करने की मांग उठाई गई।
भाकपा माले नेता भुवनेश्वर केवट ने कहा कि फॉदर स्टैन के खिलाफ़ हुए साजिश का आर्सेनल कंसलटेंसी ने खुलासा कर दिया है। इसके बावजूद केंद्र सरकार की चुप्पी समझ से परे है। केन्द्र सरकार अमेरिकी कंसलटेंसी के खिलाफ़ कार्रवाई करें या फादर स्टैन पर लगाए झूठे आरोपों को वापस ले अन्यथा फॉदर समेत निर्दोष गरीबों की न्याय की लड़ाई न्यायालय से लेकर दिल्ली तक जाएगी। 26 नवम्बर को संविधान दिवस पर राष्ट्रपति की इसी संदर्भ में व्यक्त की गई भावनाओं को केंद्र सरकार समझें और इनके अनुरुप काम करें। अवगत कराया जाएगा। झारखंड और देश के जेलों में बंद ऐसे निर्दोष बंदियों की रिहाई एवं यूएपीए जैसे कानूनों को निरस्त करने की मांग तेज की जाएगी।
हस्ताक्षर अभियान में फादर टॉम पत्रकार व लेखक कुमार विनोद, माले नेता जनार्दन प्रसाद, नंदिता भट्टाचार्य, माकपा के एसके राय, प्रफुल्ल लिंडा, सामाजिक कार्यकर्ता प्रवीर पीटर, विस्थापन विरोधी आंदोलन के दामोदर तुरी, सुदामा खलखो, बेंजामिन कुजुर, वीना लिंडा, सृष्टि भट्टाचार्य समेत कई प्रमुख राजनीतिक सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद थे।