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रांची: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रान्त कार्यवाह संजय कुमार ने कहा कि वर्ष 2025 में संघ का 100 वर्ष पूरा होने वाला है। संघ 2025 को शताब्दी वर्ष के रुप में मनायेगा। इसे लेकर संघ प्रांत के सभी मंडल -बस्ती कार्ययुक्त हो इस दृष्टि से झारखंड के 1264 मंडल, 847 बस्ती, यानि कुल – 2111 मंडल, बस्तियों में एक ही दिन एकत्रीकरण एवं सम्मेलन करने का निश्चय जो तीन से चार घंटे का हुआ था। इसके परिणाम स्वरूप कुल 337 खंड, नगर बैठक संपन्न हुए। इस बैठक में 5797 कार्यकर्ता शामिल हुए। 2004 पंचायतों से 5255 ग्रामों से, 2697 मुहल्लों से, कुल मंडल सम्मेलन में 81857, बस्ती सम्मेलन में 40227,यानि कुल 122084 लोग शामिल हुए।
संजय कुमार ने बताया कि पंचायत और मुहल्लों की बैठक में नये शाखा-427, मिलन – 554, मंडली 308 के लिए कार्यकर्ता एवं वहां स्थान भी निश्चित हुए जिन मंडल तथा बस्तियों में अपना कार्य अभी नहीं है। वहां मिलन के लिए विशेष आग्रह कर कार्य प्रारंभ करना, एक वर्ष मिलन चलाने के बाद वर्ष 2024 में उसे शाखा में परिवर्तन करने की योजना बनाई गयी, इस प्रकार सभी मंडल और बस्ती को वर्ष 2024 तक कार्ययुक्त करने की एक व्यापक योजना के साथ अपने प्रांत में संघ कार्य कर रहा है।
श्री कुमार शनिवार को संघ कार्यालय में प्रेस वार्ता में बोल रहे थे। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष 12-14 मार्च को हरियाणा के समालखा में सम्पन्न हुई। इस बैठक में एक प्रस्ताव एवं तीन वक्तव्य दिए गये। अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में पारित प्रस्ताव –“‘स्व’ आधारित राष्ट्र के नवोत्थान का संकल्प लें विषय पर था।
उन्होंने बताया कि भारत स्वाधीनता प्राप्ति के बाद हमने अनेक क्षेत्रों में महत्वपूर्ण उपलब्धियां प्राप्त की हैं। आज भारत की अर्थव्यवस्था विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनकर उभर रही है। भारत के सनातन मूल्यों के आधार पर होने वाले नवोत्थान को विश्व स्वीकार कर रहा है। ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की अवधारणा के आधार पर विश्व शांति, विश्व बंधुत्व और मानव कल्याण के लिए भारत अपनी भूमिका निभाने के लिए अग्रसर है।
सुसंगठित, विजयशाली और समृद्ध राष्ट्र बनाने की प्रक्रिया में समाज के सभी वर्गों के लिए मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति, सर्वांगीण विकास के अवसर, तकनीक का विवेकपूर्ण उपयोग एवं पर्यावरणपूरक विकास सहित आधुनिकीकरण की भारतीय संकल्पना के आधार पर नए प्रतिमान खड़े करने जैसी चुनौतियों से पार पाना होगा। राष्ट्र के नवोत्थान के लिए हमें परिवार संस्था का दृढ़ीकरण, बंधुता पर आधारित समरस समाज का निर्माण तथा स्वदेशी भाव के साथ उद्यमिता का विकास आदि उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए विशेष प्रयास करने होंगे।
प्रेस वार्ता में क्षेत्र संघचालक देबव्रत पाहन, सह प्रान्त प्रचार प्रमुख संजय कुमार आजाद उपस्थित थे।