बिरसा भूमि लाइव
एलुमनाई दल पतरातु घाटी की प्राकृतिक सुंदरता को देख अभिभूत हुआ
रांची: देश के पहले और प्रतिष्ठित गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर के 1977 बैच के एलुमनाई का वार्षिक एल्मुनी मीट–सह-रांची मिलन समारोह का समापन शुक्रवार को बीएयू में संपन्न हुआ। यह एलुमनाई समुह एग्रीबायोज – 1977 बैनर तले पंजीकृत संस्था है। कार्यक्रम के दुसरे दिन करीब 80 सदस्यीय एलुमनाई दल ने बीएयू प्रशासनिक भवन, तकनीकी पार्क एवं शोध प्रक्षेत्र का अवलोकन किया। बीएयू द्वारा चलाये जा रहे कृषि शिक्षा, अनुसंधान एवं प्रसार कार्यक्रमों से अवगत हुए।
विवि परिसर भ्रमण के बाद एलुमनाई समुह के दल ने सपत्नी पतरातु घाटी एवं पतरातु डैम का भ्रमण किया। पतरातु डैम में नौका विहार का आनंद एवं लुत्फ़ उठाया। डैम किनारे अवस्थित पार्क में बैठकर छात्र जीवन की भूली – बिसरी बातों और यादों को साझा किया। अपनी गीत, शायरी एवं कविता के माध्यम से उम्र के 60 वें पड़ाव पर मस्ती, उमंग एवं उल्लास के साथ दो पल बिताया किया।
एग्रीबायोज – 1977 समूह के दल ने पतरातु के वादियों के भ्रमण को जीवन का एक अनमोल पल एवं बेहद खास अवसर बताया। सबों ने पतरातु घाटी एवं पतरातु डैम की भव्यता, प्राकृतिक छटा, सुंदरता तथा सुहाने मौसम की प्रशंसा की।
मौके पर एग्रीबायोज – 1977 के अध्यक्ष बीडी सुयल एवं सचिव केके नायल ने बिरसा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रमों की सराहना की। कृषि संकाय के छात्रों के साथ आयोजित संवाद को बेहद उपयुक्त प्रयास बताया। छात्रों के लिए इस तरह के संवाद एवं वार्त्ता को जरुरी बताया।
समापन के मौके पर कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह ने गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर के 1977 बैच के सभी एलुमनाई को बीएयू परिसर में आयोजित रांची मिलन समारोह में भाग लेने और वार्षिक एलुमनी मीट के आयोजन की मेजबानी के लिए आभार व्यक्त की। उन्होंने एलुमनाई समुह द्वारा कृषि संकाय के युजी, पीजी एवं पीएचडी छात्रों को महत्वपूर्ण सुझाव एवं मार्गदर्शन को सार्थक एवं उपयोगी बताया।