बिरसा भूमि लाइव
हजारीबाग : नीट पेपर लीक मामले में बुधवार शाम हिरासत में लिए गए हजारीबाग स्थित ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक से सीबीआई की टीम लगातार पूछताछ कर रही है जबकि स्कूल के दो कर्मचारियों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया।
सीबीआई की टीम गुरुवार की सुबह प्रिंसिपल को लेकर चरही से हजारीबाग की ओर निकली। बताया गया है कि टीम गेस्ट हाउस में उनसे पूछताछ कर रही है। हालांकि, इस मामले में अभी तक सीबीआई की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। इस कारण यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि स्कूल के प्रिंसिपल समेत छह लोगों को सीबीआई ने अपने साथ क्यों रखा है।
सीबीआई की टीम ने बुधवार को ही स्कूल के दो कर्मचारियों राहुल और एक महिला को 9:29 बजे छोड़ दिया था। दोनों को बांड पर हस्ताक्षर कराकर छोड़ा गया है। साथ ही यह भी कहा गया है कि यदि आगे जांच होगी और उन्हें बुलाया जाएगा तो वे पेश होंगे और पूरी मदद करेंगे। सीबीआई की टीम ने बुधवार को ही ब्लू डार्ट कूरियर सर्विस के उस कर्मचारी से भी पूछताछ की थी, जिसके जरिए प्रश्नपत्र रांची से हजारीबाग लाया गया था। टीम में शामिल अधिकारी दो बार एसबीआई बैंक भी गए और वहां भी पूछताछ की।
उल्लेखनीय है कि नीट पेपर लीक मामले की जांच के दौरान बिहार पुलिस ने गिरफ्तार अभ्यर्थियों के घर से जले हुए कागजात बरामद किए थे। इसमें प्रश्नपत्र की फोटोकॉपी भी थी। बिहार की आर्थिक अपराध इकाई ने इन जले हुए कागजात का मिलान एनटीए द्वारा उपलब्ध कराए गए मूल प्रश्नपत्र से किया, जिसमें जले हुए कागजात में 68 प्रश्न मूल प्रश्नपत्र से हूबहू पाए गए। प्रश्नों के सीरियल नंबर भी मूल प्रश्नपत्र से मेल खाते मिले। बरामद प्रश्नपत्र हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से मेल खाता था। इसके बाद से ही स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक सीबीआई के राडार पर हैं।