बिरसा भूमि लाइव
- राज्यव्यापी पोस्टकार्ड अभियान में व्यापारियों ने भेजा कार्ड
रांची: झारखण्ड में कृषि शुल्क विधेयक को प्रभावी करने के निर्णय पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने के लिए फेडरेशन ऑफ झारखण्ड चैंबर ऑफ के आह्वान पर पूरे जिले से खाद्यान्न व्यापारियों, जिला चेंबर, खाद्य प्रसंस्करण उद्यमियों ने कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी को पोस्टकार्ड भेजा। पोस्टकार्ड के माध्यम से कहा गया कि झारखण्ड में कृषि शुल्क प्रभावी करने के निर्णय से खाद्य वस्तु की कीमतों में मूल्यवृद्धि के साथ ही कृषि उपज, वन उपज, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के अलावा मत्स्यपालन, पशुपालन, बागवानी, कृषक, फल/सब्जी विक्रेता सभी लोग बुरी तरह प्रभावित होंगे जिसका प्रतिकूल प्रभाव शहर से लेकर ग्रामीण स्तर तक पड़ेगा। महंगाई पर नियंत्रण के लिए झारखण्ड राज्य कृषि उपज और पशुधन विपणन (संवर्धन और सुविधा) विधेयक, 2022 को स्थाई रूप से समाप्त करने हेतु कृपया हस्तक्षेप करें।
विधायक समरी लाल और नवीन जायसवाल से मांगा सहयोग : झारखण्ड चैंबर द्वारा स्थानीय विधायक समरी लाल और नवीन जायसवाल से मिलकर इस मामले में सहयोग की अपील की गई। विधायकों ने व्यापारियों के विरोध को जायज बताते हुए हरसंभव सहयोग के लिए आश्वस्त किया। चैंबर अध्यक्ष किशोर मंत्री ने कहा कि चिंतनीय है कि व्यापारियों को अपना मुख्य काम छोड़कर सडकों पर उतरने के लिए विवश किया जा रहा है। पिछले एक सप्ताह से जारी राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन के बावजूद अब तक कृषि मंत्री द्वारा संज्ञान नहीं लिया जाना दुखद है। हम पुनः आग्रह करते हैं कि जनहित से जुडे इस मुद्दे पर कृषि मंत्री अविलंब संज्ञान लें और इस विधेयक को तत्काल प्रभाव से स्थगित करें अन्यथा राज्य में खाद्य वस्तुओं की किल्लत होने से उपभोक्ताओं को अनावश्यक कठिनाई होगी।
15 फरवरी से राज्यव्यापी खाद्यान्न व्यापार रहेगा बंद : पूर्व निर्धारित योजना के तहत मंगलवार को सभी जिलों में उपायुक्त कार्यालय के बाहर व्यापारियों द्वारा शांतिपूर्ण धरना दिया जायेगा। 15 फरवरी से राज्यव्यापी खाद्यान्न व्यापार को बंद करने को लेकर चैंबर भवन में भी बैठक कर रणनीति बनाई गई। मौके पर चैंबर अध्यक्ष किशोर मंत्री, उपाध्यक्ष आदित्य मल्होत्रा, अमित शर्मा, सह सचिव रोहित पोद्दार, शैलेष अग्रवाल, उप समिति चेयरमेन विवेक अग्रवाल, संजय अखौरी, सुनिल सरावगी के अलावा खूंटी चैंबर ऑफ काॅमर्स के पदाधिकारी उपस्थित थे।