रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी की प्रवक्ता आभा सिन्हा ने कहा है कि भाजपा घरेलू व कमर्शियल सिलेंडर के दाम बढ़ाकर खाने पर अप्रत्यक्ष कर लगा रही है। कमर्शियल सिलेंडर के दाम बढ़ने से हर तरह का उत्पादन महंगा होगा, लागत बढ़ेगी तो उत्पादों के दाम भी बढ़ेंगे। जो नौकरीपेशा बच्चे बाहर से मंगाए टिफ़िन और खाने पर निर्भर करते हैं, ये उनकी जेब पर भी डाका है। साथ हीं साथ महिलाओं के बजट पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा होली से पहले घरेलू एलपीजी गैस सिलेंडर में 50रू. की बढ़ोत्तरी व कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर में करीब 350 रू. की बढ़ोत्तरी आम आदमी की जिंदगी दुश्वार करना है तथा उनकी उम्मीदों एवं भरोसे के साथ खिलवाड़ है। उन्होंने कहा कि जब सिलेंडर का दाम 400 रुपए से कम था, तब स्मृति ईरानी सिलेंडर लेकर सड़क पर बैठ गई थीं। आज सिलेंडर का दाम 1,100 रुपए से ज्यादा हो गया, क्या आज भी वह सड़क पर उतरेंगी?
उन्होंने कहा कि देश में बीते कुछ सालों में रसोई गैस की कीमतों में तेजी से इजाफा हुआ है। पेट्रोलियम मंत्रालय के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, 1 अप्रैल, 2017 से 6 जुलाई, 2022 के बीच एलपीजी की कीमतों में 58 बार बदलाव किए गए। इससे एलपीजी सिलिंडर की कीमत में 45 फिसदी की बढ़त हुई। अप्रैल 2017 में एलपीजी सिलेंडर की कीमत 723 रुपये थी और जुलाई 2022 तक 45 फिसदी बढ़कर 1,053 रुपये हो गई। अब घरेलू रसोई गैस की कीमत 1,053 से बढ़कर 1103 रुपये प्रति सिलेंडर हो गई।