बिरसा भूमि लाइव
चैनपुर (गुमला): चैनपुर प्रखंड कार्यालय परिसर में बाल विकास परियोजना के तत्वावधान में बाल विवाह, मानव तस्करी एवं पलायन को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें चैनपुर अनुमंडल के सभी प्रखंड के बीडीओ, सीओ एवं जनप्रतिनिधि शामिल हुए। कार्यक्रम में खास कर समाज में बढ़ते हुए पलायन, मानव तस्करी एवं बाल विवाह को रोकने पर चर्चा हुई।
मौके पर उपस्थित चैनपुर अंचलाधिकारी गौतम कुमार ने कहा कि बाल विवाह एक गंभीर अपराध है कुछ लोग शिक्षा एवं जागरूकता की कमी के कारण अपनी बेटे बेटियों की शादी कम उम्र में ही करा देते हैं जिससे बच्चों को आगे चलकर कई तरह की समस्याएं होती हैं। इसलिए हम सभी लोगों का दायित्व बनता है कि हम सभी मिलकर समाज में जागरूकता फैलाएं और इस कुप्रथा को बंद करें। वहीं मौके पर उपस्थित जिप सदस्य मेरी लकड़ा ने कहा कि आज मानव तस्करी पलायन एवं बाल विवाह समाज के लिए कलंक बना हुआ है। जिसे खत्म करने के लिए हम सभी लोगों को मिलकर काम करना होगा आज दलालों के द्वारा हमारे गांव के भोली भाली बच्चीयो को बहला फुसलाकर महानगरों में बेच देते हैं।
ऐसे लोगों को चिन्हित कर उन्हें सजा दिलाने की आवश्यकता है। वही अभिभावकों को भी अपने बच्चों के प्रति जागरूक होने की जरूरत है। वहीं डुमरी बीडीओ एकता वर्मा ने कहा कि हमारे अनुमंडल क्षेत्र में पलायन की समस्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है जिसपर हम सभी को विचार करने की आवश्यकता है। आज सरकार के द्वारा लोगों को विभिन्न प्रकार के रोजगार उनके ही प्रखंड में उपलब्ध कराए जा रहे हैं। वहीं मजदूरों के लिए कई तरह के योजना भी संचालित की जा रही है। क्षेत्र के लोग इन योजनाओं का लाभ उठाएं। इधर कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों ने पलायन बाल विवाह और मानव तस्करी पर अपने अपने विचार रखे।
इस मौके पर मुख्य रुप से सीडीपीओ सुधा सिन्हा,जारी बीडीओ सुमन गुप्ता, जारी जिला परिषद दिलीप बड़ाइक, चैनपुर प्रमुख ओलिभा कांता कुजूर, चैनपुर मुखिया शोभा देवी, बाल विकास की महिला पर्यवेक्षिका कावेरी गुप्ता, स्वस्ती देवी जेएसएलपीएस के स्टेट लीगल एक्सपर्ट उज्जवल कुमार रविन्द्र मिश्रा मनोज किण्डो सहित अनुमंडल क्षेत्र के सभी सेविका सहायिका मौजूद थे।