बिरसा भूमि लाइव
रांची : राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड के अध्यक्ष मीनेश शाह ने शुक्रवार को रांची के बेड़ो प्रखण्ड अवस्थित चनगनी टिकराटोली गाँव का दौरा किया तथा झारखण्ड राज्य सहकारी दुग्ध उत्पादक महासंघ द्वारा किए जा रहे कार्यों का जायजा लिया। परिभ्रमन के दौरान चनगनी टिकराटोली गाँव अवस्थित मेधा स्लरी प्रसंस्करण इकाई पाहुचे तथा स्थानीय किसानों से बातचीत कि। स्थानीय किसानो ने अपने अनुभव साझा किए तथा बतलाया कि राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड के इस पहल से किसानो को बहुआयामी लाभ मिल रहा है, किसान ईंधन कि व्यवस्था के चिंता से मुक्त हुए हैं। एक स्थानीय किसान ने बतलाया कि इस जैविक उर्वरक के फलस्वरूप उनके खेतो में रसायनिक उरवर्क कि तुलना में 33% अधिक पैदावार प्राप्त हुआ तथा खेतों में हो रही अनावश्यक खर पतवार के समस्या का भी समाधान मिला। साथ ही साथ लकड़ी जलाने के फलस्वरूप परिवार के सदस्यों को आँखों में हो रही परेशानियों से मुक्ति मिली है तथा स्लरी एक आय के श्रोत एवं उत्तम जैविक उर्वरक के एक विकल्प के रूप में उभर रहा है।
यह राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड तथा टाटा ट्रस्ट के सहयोग से संचालित एक योजना है इस योजना के तहत मेधा डेयरी दुग्ध किसानो को 50% अनुदान पर गोबर गॅस इकाई उपलब्ध करवाती है, जिससे किसानो के घरेलू ईंधन खपत के खर्च कि चिंता दूर होती है तथा गोबर गॅस संयंत्र द्वारा उत्सर्जित स्लरी मेधा डेयरी द्वारा खरीदा जाता है, जिसके फलस्वरूप किसानों के आय के श्रोत तथा आय में वृद्धि होती है एवं इस स्लरी से किसानो के लिए बहूउपयोगी जैविक खाद तैयार किए जाते हैं जो किसान कृषि में उपयोग करते हैं। इस पद्धति से तैयार किए गए खाद के फील्ड ट्राइल काफी उत्साहवर्धक रहे हैं।
इस प्रसंस्करण इकाई का उदघाटन कृषि मंत्री श्री बादल ने नेपाल हाउस स्थित सभागार से ऑनलाइन माध्यम से किया तथा इस मौके पर कृषि मंत्री ने कहा कि यह योजना किसानो के लिए काफी उपयोगी है तथा राज्य सरकार इस योजना का लाभ प्रदेश के अन्य किसानों तक पहुचाने के लिए हरसंभव मदद करेगी तथा जल्द ही 5000 किसानों को इस योजना का लाभ दिया जाएगा।