बिरसा भूमि लाइव
रांची : कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू और उनके सम्बंधित स्थानों पर तीसरे दिन आयकर विभाग की छापेमारी में 300 करोड़ रुपये कैश का बहुत बड़ा खुलासा हुआ है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 300 करोड़ रुपये की गिनती पूर्ण हो चुकी है, लेकिन इसमें और बढ़ोतरी हो सकती है। इस छापेमारी में 30 सुरक्षित अलमारियों में नोटों की भरमार थी और इन नोटों की गिनती के लिए मशीनों की भी आवश्यकता पड़ी। 30 अलमारियों में पाए गए 300 करोड़ रुपये कैश के संबंध में बताया जा रहा है कि धीरज साहू एक विशाल उद्योगपति हैं और उनका जुड़ाव शराब निर्माण कंपनी, बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज से है।
आयकर विभाग ने इस ग्रुप के झारखंड-ओडिशा और बंगाल के 10 स्थानों पर छापेमारी की। बलदेव साहू कंपनी के बोलांगीर में स्थित कार्यालय से 30 किलोमीटर दूर स्थित सतपुड़ा ऑफिस में आयकर विभाग ने 200 करोड़ रुपये कैश का सहीगलबा। इस छापेमारी के दौरान, नोटों के बंडल ऑफिस की नौ अलमारियों में संग्रहित थे, जिनमें नोटों की दरें 500, 200, और 100 रुपये की थीं। मीडिया में अलमारियों में रखे नोटों का फोटो सामने आया है। वो सारे नोट 500, 200, 100 और 50 के हैं। लेकिन इसमें एक भी 2000 का नोट नहीं दिखा। इस भारी मात्रा में नकदी मिलने के बाद, आयकर विभाग की टीम ने मशीनों का उपयोग करके नोटों की गिनती की, जिसके परिणामस्वरूप 157 बैगों में भरकर उन्हें एक ट्रक में स्थानांतरित किया गया, जो बैंक में पहुंचाया गया।
नोटों के गड्डियों की तस्वीरें सोशल मीडिया में वायरल : छापेमारी में आय-व्यय से जुड़े दस्तावेजों के अतिरिक्त और क्या मिला है, इसकी जानकारी आधिकारिक तौर पर जारी नहीं की गई है, लेकिन नोटों के गड्डियों की तस्वीरें वायरल हो रही हैं। ओडिशा में धीरज साहू के रिश्तेदारों के नाम पर कई कंपनियां हैं। इनमें बलदेव साहू इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड (फ्लाई एश ब्रिक्स), क्वालिटी बाटलर्स प्राइवेट लिमिटेड और किशोर प्रसाद विजय प्रसाद बेवरेजेज प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं।
तीन राज्यों में चल रही है छापेमारी : बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज, पश्चिमी ओडिशा की सबसे बड़ी देशी शराब निर्माता और विक्रेता कंपनियों में से एक है। इस कंपनी में कांग्रेस सांसद धीरज साहू के अलावा उनके परिवार के राजकिशोर साहू, स्वराज साहू और परिवार के अन्य सदस्य शामिल हैं। ओडिशा के इस कारोबार में उनके भाई संजय साहू और दीपक साहू भी संलग्न हैं। धीरज साहू के परिवार द्वारा स्वामित्व रखी जाने वाली इस ग्रुप में बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड (बीडीपीएल) के अलावा बलदेव साहू इंफ्रा लिमिटेड, क्वालिटी बॉटलर्स, और किशोर प्रसाद-विजय प्रसाद बेवरेज लिमिटेड जैसी कंपनियां शामिल हैं। इन सभी कंपनियों पर आयकर विभाग ने छापेमारी की है। बलदेव साहू इंफ्रा लिमिटेड फ्लाई ऐश ब्रिक्स बनाने का कार्य करती है, जबकि बाकी तीन कंपनियां शराब व्यापार से जुड़ी हैं।
इडी भी कर सकती है पूछताछ : आयकर विभाग की 40 सदस्यों की टीम ने बुधवार की सुबह से ही ओडिशा के बौध, बोलांगीर, रायगढ़ा, और संबलपुर, झारखंड के रांची-लोहरदगा, और कोलकाता में समूह में छापेमारी की गई। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि आयकर विभाग ने कंपनी के कई खातों को फ्रीज कर दिया है। इस मुद्दे में आयकर विभाग के अधिकारी कंपनी के प्रबंधन स्तर से आय के स्रोतों और इतनी बड़ी मात्रा में नकदी जमा करने के संदर्भ में पूछताछ कर सकते हैं। इस मामले में ईडी भी सक्रिय हो सकती है।
शराब कारोबार में टैक्स चोरी का मामला : क्वालिटी बाटलर्स प्राइवेट लिमिटेड में विदेशी शराब की बाटलिंग होती है। वहीं, किशोर प्रसाद विजय प्रसाद बेवरेजेज प्राइवेट लिमिटेड से विदेशी शराब का विपणन होता है। इनमें से कुछ कंपनियों में धीरज प्रसाद साहू भी डायरेक्टर हैं। आयकर छापेमारी का यह पूरा मामला शराब कारोबार में टैक्स चोरी से जुड़ा हुआ है। धीरज साहू झारखंड के एक प्रमुख व्यावसायिक और राजनीतिक परिवार से आते हैं। वह कांग्रेस की ओर से तीन बार राज्यसभा के लिए चुने गए हैं।
कंपनी के कई अकाउंट फ्रीज, ईडी की एंट्री संभव : सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस छापेमारी के बाद आयकर विभाग ने कंपनी के कई खातों को फ्रीज कर दिया है। आयकर विभाग की ओर से आय का स्रोत और इतनी बड़ी संख्या में कैश जमा करने से संबंधित जानकारी कंपनी संचालकों से मांगी जाएगी। यह भी चर्चा है कि इतनी बड़ी रकम को देखते हुए मामले की जांच में ईडी की भी एंट्री हो सकती है।