बिरसा भूमि लाइव
- विभिन्न योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने का कर रहे काम : मुख्यमंत्री
- मुख्यमंत्री ने कहा समाज के दबे -कुचले, आदिवासी, दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक, महिला, नौजवान और किसान- मजदूर, हर सभी के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध
- भगवान बिरसा मुंडा जयंती और राज्य स्थापना दिवस की सभी को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं
- शहीदों और वीर -सपूतों की धरती है झारखंड
- आज हम सब मिलकर सुखी, समृद्ध एवं विकसित झारखण्ड बनाने की दिशा में कार्य करने का संकल्प लें
रांची : झारखंड के लिए आज ऐतिहासिक और गौरव का दिन है। धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर आज पूरा देश उन्हें नमन कर रहा है। वहीं, राज्य अपनी स्थापना की 23 वीं वर्षगांठ मना रहा है। आप सभी राज्य वासियों को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती और राज्य स्थापना दिवस के पावन अवसर पर बहुत -बहुत शुभकामनाएं और जोहार। मुख्य अतिथि राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, विशिष्ट अतिथि राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन और मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने मोरहाबादी मैदान रांची में आयोजित समारोह में विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन शिलान्यास, नई नीतियों का लोकार्पण, लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण, युवाओं को ऑफर लेटर तथा खिलाड़ियों को पुरस्कार राशि प्रदान की। इस पावन अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा- हम सब मिलकर सुखी, समृद्ध एवं विकसित झारखण्ड बनाने का संकल्प लें।
भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर प्रधानमंत्री झारखंड की धरती पर पधारें : मुख्यमंत्री ने कहा कि धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का झारखंड की धरती पर आगमन हुआ। इस अवसर पर प्रधानमंत्री और राज्यपाल के साथ खूंटी के उलिहातू गांव में धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि अर्पित करना और उनके वंशजों से मुलाकात करना काफी अविस्मरणीय रहा।
झारखण्ड की धरती वीर-सपूतों की जननी रही है : मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखण्ड की धरती ऐसे अनेक वीर सपूतों की जननी रही है, जिनके त्याग और बलिदान की संघर्ष गाथा हमें राष्ट्र और राज्य के लिए कुछ करने की प्रेरणा देती है तथा हमें साहस और बल प्रदान करती है। झारखण्ड के उन सच्चे सपूतों को भी शत-शत नमन करता हूँ।
अलग राज्य के संघर्ष में अनगिनत लोगों ने अपनी शहादत दी : मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हम सभी राज्य का 23वां स्थापना दिवस मना रहे हैं। लेकिन, इस राज्य को लेने के लिए हमारे पूर्वजों ने लंबा संघर्ष किया। इस आंदोलन में अनगिनत लोगों ने अपनी शहादत दी। हम अपने पूर्वजों के सपनों का झारखंड बनाएं, इसके लिए मिलजुल का प्रयास करना होगा।
प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध हैं, फिर भी राज्य पिछड़ा है : मुख्यमंत्री ने कहा कि यह चिंता की बात है कि राज्य प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है। देश का 42 प्रतिशत खनिज संसाधन यहां है। राज्य का 50 प्रतिशत हिस्सा जल- जंगल -जमीन और झाड़ से घिरा है। यहां कई बड़े औद्योगिक संस्थान है। फिर भी इसकी गिनती देश के पिछड़े राज्य में होती है। यहां के आदिवासी- मूलवासी सिर्फ गरीब ही नहीं हैं, बल्कि सामाजिक आर्थिक और शैक्षणिक, हर स्तर पर हासिये पर हैं। लेकिन, अब पीछे देखने की बजाय राज्य कैसे आगे बढ़े, इस पर हमें मंथन करना होगा।
हमने दृढ़ संकल्प के साथ राज्य की विकास यात्रा शुरू की : मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सब जानते हैं कि 15 नवम्बर, 2000 को झारखण्ड राज्य के गठन के पूर्व तक हम विकास के दृष्टिकोण से उपेक्षित रहे, परन्तु हमने दृढ़ संकल्प के साथ राज्य की विकास यात्रा शुरू की और आज झारखण्ड अपनी ऊर्जा, क्षमता, कौशल एवं आत्मविश्वास के बल पर देश और दुनिया में अपनी अलग पहचान बना रहा है।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को कर रहे हैं मजबूत : मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की 80 प्रतिशत आबादी गांवों में रहती है। उनकी जीविका का मुख्य साधन कृषि, पशुपालन और मजदूरी है। इन्हें कैसे सशक्त बनाया जाए? इनकी आय में कैसे वृद्धि हो? कृषि और पशुपालन की पारंपरिक व्यवस्था कैसे मजबूत हो? इस दिशा में सरकार बेहद गंभीर है। ऐसे में विभिन्न योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने का काम सरकार कर रही है।
सबको आवास उपलब्ध कराने का लक्ष्य : मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने राज्य के लोगों से वादा किया था कि सभी को आवास उपलब्ध कराएंगे। अपने वादे को पूरा करते हुए हमने एक नई योजना अबुआ आवास योजना की शुरू की है। योजनान्तर्ग आगामी 3 वर्षों में लगभग 8 लाख परिवारों को लाभान्वित किया जाएगा। इसी वित्तीय वर्ष में 2.5 लाख आवास निर्माण की कार्रवाई तत्परता से की जा रही है।
राज्य के बच्चों को दे रहे बेहतर और गुणवत्तायुक्त शिक्षा : मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए राज्य के बच्चों को बेहतर और गुणवत्तायुक्त शिक्षा उपलब्ध कराने का संकल्प लिया है। झारखण्ड के बच्चों को निजी विद्यालयों की तर्ज पर शिक्षा देने के लिए सीबीएसई से संबद्ध 80 सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस शुरू किये गए हैं। वहीं, राज्य के वैसे छात्र जो 12वीं कक्षा के बाद आर्थिक कारणों से उच्च शिक्षा से वंचित रह जाते हैं, उन्हें आर्थिक सहायता देने हेतु गुरूजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना संचालित की जा रही है। मुख्यमंत्री शिक्षा प्रोत्साहन योजना तथा एकलव्य प्रशिक्षण योजना के माध्यम से छात्र/छात्राओं को निःशुल्क प्रशिक्षण एवं कोचिंग की सुविधा दी जा रही है। इसके अलावा कल्याण विभाग के सभी छात्रावासों का जीर्णोद्धार कराया जा रहा है। यहां रहने वाले विद्यार्थियों को अब सिर्फ पढ़ने की जरूरत है । उनके लिए अनाज भी सरकार देगी और भोजन बनाने के लिए रसोईया भी रहेगा । छात्रावास की सुरक्षा के लिए गार्ड भी तैयार किए जाएंगे।
विदेश में उच्च शिक्षा के लिए दे रहे हैं शत प्रतिशत स्कॉलरशिप : मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वीकृत राज्य सरकार द्वारा अनुसूचित जनजाति के छात्र/छात्राओं को विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करने हेतु मराड. गोमके जयपाल सिंह मुण्डा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना का आरम्भ की गई थी। वित्तीय वर्ष 2022-23 से इस योजना का विस्तार करते हुए अनुसूचित जनजाति के अलावा अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग के छात्र/छात्राओं को भी इस योजना से जोड़ने का निर्णय लिया गया है। इन छात्र/छात्राओं के उच्च शिक्षा पर होने वाले सम्पूर्ण व्यय का वहन राज्य सरकार कर रही है।
आधारभूत संरचनाओं को कर रहे मजबूत : मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार राज्य में आधारभूत संरचना निर्माण को भी बढ़ावा दे रही है। राज्य में सड़क मार्ग, रेल मार्ग एवं वायु मार्ग का विस्तार हुआ है। पर्यटन, औद्योगिक एवं आर्थिक महत्व के केन्द्रों को उन्नत सम्पर्क प्रदान करने के साथ-साथ ग्रामीण पथों एवं राष्ट्रीय राजमार्गों के बीच सड़क नेटवर्क तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा रांची शहर को ट्रैफिक जाम की समस्या से मुक्ति दिलाने हेतु फ्लाई ओवरों का निर्माण द्रुत गति से जारी है।
हर चेहरे पर खुशी लाने का कर रहे हैं प्रयास : मुख्यमंत्री ने कहा कि हम प्रचार प्रसार की बजाय अपने कार्यों से लोगों का विश्वास जीत रहे हैं। समाज के दबे -कुचले, आदिवासी, दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक, महिला, नौजवान और किसान- मजदूर, हर सभी के चेहरे पर मुस्कान आए, इसके लिए लगातार कार्य कर रहे हैं।
राज्य में बड़े पैमाने पर हो रही नियुक्तियां : मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखण्ड के विकास की गाथा रोजगार के बढ़ते आँकड़े बयां कर रहे हैं। राज्य में नियुक्ति की प्रक्रिया को तीव्र करते हुए विभिन्न कोटि के लगभग 38 हजार पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है। वहीं, हजारो की संख्या में नियुक्तियाँ हो चुकी है।
प्रतियोगी परीक्षाओं में स्वच्छ एवं पारदर्शी चयन प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए हमारी सरकार द्वारा झारखण्ड प्रतियोगी परीक्षा विधेयक, 2023 विधानसभा से पारित कराया गया है।
निजी क्षेत्र में भी व्यापक पैमाने पर युवाओं को मिल रहा ऑफर लेटर : मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी नौकरी देने के साथ रोजगार मेला के माध्यम से अब तक 30 हज़ार नौजवानों को ऑफर लेटर दिया जा चुका है सिलसिला आगे भी जारी रहेगा मुख्यमंत्री ने अभी कहा कि हमारी सरकार ने एक कानून बनाया है जिसके तहत राज्य के अंदर स्थित निजी कंपनियों को 75 प्रतिशत नौकरी स्थानीय युवाओं को देना अनिवार्य होगा।
स्वरोजगार करने के इच्छुक युवाओं को सरकार कर रही मदद : मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के आदिवासी, दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक वर्ग एवं दिव्यांग युवाओं को स्वरोजगार/स्वयं के व्यवसाय शुरू करने हेतु सस्ते एवं अनुदानित दर पर ऋण देने के लिए मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना शुरू की गई है।
सरकार आपके दरवाजे पर पहुंचकर आपको योजनाओं का दे रही लाभ : मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले आपको योजनाओं की जानकारी और उनका लाभ लेने के लिए जिला और प्रखण्ड स्तर के कार्यालयों का चक्कर लगाना पड़ता था। परन्तु, अब आपकी योजना- आपकी सरकार- आपके द्वार कार्यक्रम के तहत् सरकार आपके दरवाजे पर पहुँचकर आपकी समस्याओं का समाधान कर रही है। इस कार्यक्रम के तहत् पंचायत स्तर पर कैम्प का आयोजन कर सरकारी योजनाओं से आम नागरिकों को जोड़ा गया है। वर्ष 2021 एवं वर्ष 2022 में इस कार्यक्रम के आयोजन से हमें उत्साहवर्द्धक परिणाम मिले हैं। इसे आगे बढ़ाते हुए आज ’आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार’ कार्यक्रम के तीसरे चरण का शुभारंभ किया जा रहा है।
लगभग 35 लाख जरूरतमंदों को सामाजिक सुरक्षा के तहत दे रहे हैं पेंशन : मुख्यमंत्री ने कहा कि सर्वजन पेंशन योजना की शुरुआत की है, जिससे समाज के अंतिम पायदान पर खड़े हमारे वृद्ध, निराश्रित महिलाएं एवं दिव्यांगजनों को सम्मान से जीवन जीने का हक प्राप्त हो सके। राज्य सरकार लगभग 35 लाख लाभुकों को विभिन्न योजनान्तर्गत पेंशन प्रदान कर रही है।
महिला सम्मान और सशक्तिकरण हमारी विचारधारा है : मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं का सम्मान, महिला सशक्तिकरण हमारे लिए सिर्फ नारा नहीं बल्कि हमारी विचारधारा है। सभी क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु सरकार द्वारा हर स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। उच्चतर कक्षाओं में बालिकाओं के विद्यालय परित्याग की गति को कम करने, उनके शिक्षा, स्वास्थ्य एवं सशक्तिकरण के उद्धेशय से सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना चल रही है।
इस अवसर पर ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, श्रम एवं नियोजन मंत्री सत्यानंद भोक्ता, राज्यसभा सांसद महुआ माजी, राज्य समन्वय समिति के सदस्य राजेश ठाकुर, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, पुलिस महानिदेशक अजय कुमार सिंह , राज्यपाल के प्रधान सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वंदना दादेल, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, सचिव डॉ मनीष रंजन और सचिव राजेश कुमार शर्मा समेत कई विधायक, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक और वरीय अधिकारी मौजूद रहे।