बिरसा भूमि लाइव
रांची : शुक्रवार को झारखंड विधानसभा में वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने सदन में वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 1 लाख 16 हजार 418 करोड़ रुपये का बजट सदन में पेश किया। अपने बजट भाषण में उन्होंने कहा कि यह झारखंड का हमीन कर बजट है। इस बजट में सभी वर्गों का ख्याल रखा गया है। बजट में सभी वर्गों के सुझाव को समाहित किया गया है। राज्य पिछले तीन सालों में विकास की ओर अग्रसर है। झारखंड की अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है। आंकड़ों से यह साबित हुआ है। वित्त मंत्री ने झारखंड की जनता को बजट समर्पित करते हुए कहा कि यह बजट अंतिम आदमी को आगे लाने का काम करेगा।
अपने बजट भाषण में वित्त मंत्री ने कहा कि पूर्व की सरकार में बजट में अमूमन 10 प्रतिशत की वृद्धि होती थी लेकिन हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार ने 15 प्रतिशत की वृद्धि की है। सीएम मेधा छात्रवृति योजना ,सीएम गंभीर बीमारी योजना ,धोती साड़ी लूंगी योजना सहित सभी योजना सीधे राज्य की जनता से जुड़ी है। हमारी सरकार के पांव जमीन पर मजबूती से टिके है और आसमान की ऊंचाई को छूना है।
मनरेगा में 9 करोड़ मानव दिवस सृजन करने का लक्ष्य रखा गया है। किसानों को सिंचाई कूप उपलब्ध कराने के लिए बिरसा सिंचाई कूप संवर्धन मिशन योजना लागू किया जाएगा। आम लोगों को पंचायत स्तर पर सभी सुविधाएं एक ही छत के नीचे उपलब्ध कराने के लिए पंचायत सचिवालय सुदृढ़ीकरण योजना शुरू होगी। विधवा पुनर्विवाह को प्रोत्साहित करने के लिए प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। महिला एवं किशोरी कल्याण योजना भी शुरू किया जाएगा। आंगनबाड़ी चलो अभियान योजना भी शुरू होगी। इसके लिए 190 करोड़ का बजट रखा गया है। 800 नये आंगनबाड़ी भवन भी बनाए जाएंगे।
हमारी सरकार की मुख्य प्राथमिकता किसानों को ऋण से मुक्ति दिलाना और उनके आय में बढ़ोतरी करना है। 13 लाख किसानों के खाते में 461 करोड़ की राशि हस्तांतरित किया गया। सौर ऊर्जा आधारित मैक्रो एरिगेशन को लागू करने के लिए कृषि समृद्धि योजना लागू किया जाना है।
वित्त मंत्री ने कहा कि राज्य ने अपने राजस्व आय में उत्तरोत्तर वृद्धि हासिल की है। वर्ष 2019-20 में कुल राजस्व आय 25 हजार 521 करोड़ 43 लाख रुपये थी जो वर्ष 2021-22 में 31 हजार 320 करोड़ 36 लाख रुपये हो गयी तथा वर्ष 2022/23 में 22।28 प्रतिशत वृद्धि के सात्ज 38 हजार 612 करोड़ 84 लाख रुपये रहने का अनुमान है।
कुछ देर बजट भाषण सुनने के बाद विपक्ष ने सदन का बहिष्कार किया। विपक्ष के नेताओं का कहना था कि इस बजट में राज्य की जनता के लिए कुछ भी नहीं है। यह झूठ का पुलिंदा है। सरकार ने जो पहले घोषणा की थी उसपर कोई काम नहीं हुआ।