बिरसा भूमि लाइव
- मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों तथा ईआरओ के साथ की संयुक्त वर्चुअल बैठक
- ई-विद्या वाहिनी की मदद से 9.4 लाख स्कूली बच्चों की सूची भेजी गई है जिलों में
रांची : मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार के विशेष प्रयासों से झारखंड में नए/युवा मतदाताओं को जोड़ने के लिए अनूठी पहल की गई है। झारखंड के स्कूलों में कक्षा 11वीं व 12वीं में अध्यनरत ऐसे छात्र-छात्राओं जिनकी आयु 17 वर्ष से 18 वर्ष के बीच है, उन्हें भावी मतदाताओं के रूप में चिन्हित कर उनके अग्रिम प्रीफिल्ड फॉर्म-6 भरवाये जा रहे हैं। ई-विद्या वाहिनी पोर्टल की मदद से निकाले गए इस प्रकार के आंकड़ों से 9.4 लाख भावी मतदाताओं को चिन्हित कर उनके जिलावार आंकड़े जिला निर्वाचन पदाधिकारियों के पास भेजे गए हैं। यदि यह मॉडल सफल रहा तो लाखों नए मतदाता आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगें।
सीईओ ने की वर्चुअल बैठक : उक्त पहल को मूर्त रूप देने के लिए शिक्षा विभाग तथा निर्वाचन विभाग के जिला स्तरीय अधिकारियों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित हो इसको लेकर शनिवार अपराह्न में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों व उप निर्वाचन पदाधिकारियों, ईआरओ, एईआरओ, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की। बैठक में उन्होंने सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे बेहतर समन्वय स्थापित करते हुए अगले तीन दिन सघन अभियान चलाएं तथा राज्य के भावी मतदाताओं के अग्रिम फॉर्म जमा करवाने की सभी औपचारिकताएं पूरी करवा लें।
इस अभियान में दो कोटि के छात्र-छात्राओं को शामिल किया गया है। एक वे जिनकी आयु 1 जनवरी 2024 को 18 वर्ष की पूरी हो रही है, जबकि दूसरे वे जिनकी आयु 1 अक्टूबर 2024 या उससे पूर्व 18 वर्ष पूरी हो जा रही है। उन्होंने सभी अधिकारियों से अपील की कि सभी लोग इस मुहिम में सर्वश्रेष्ठ कोशिश करें ताकि इन युवा मतदाताओं की मदद से राज्य के अन्य मतदाताओं के बीच भी जागरूकता का सकारात्मक माहौल बने और कोई वोटर छूटे नहीं।
बता दें कि अभी सिर्फ झारखंड एकेडमिक काउंसिल से संबद्ध छात्रों के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है, शीघ्र ही इस अभियान में सीबीएसई तथा आईसीएसई समेत अन्य शैक्षिक बोर्ड के छात्रों को भी जोड़ा जाना है। इस वर्चुअल बैठक में विशेष कार्य पदाधिकारी गीता चौबे तथा उप निर्वाचन पदाधिकारी मुख्यालय संजय कुमार भी मौजूद थे।