मलेशिया के जोहर बाहु में आयोजित सुल्तान ऑफ जोहर कप के दौरान भारत और पाकिस्तान की जूनियर हॉकी टीमों के बीच खेल से पहले और बाद में हाई-फाइव का आदान-प्रदान देखा गया। यह क्षण विशेष रूप से इसलिए ध्यान खींच रहा था क्योंकि हाल ही में दोनों देशों की क्रिकेट टीमों ने एशिया कप मैचों में पारंपरिक हैंडशेक से इनकार कर विवाद मचा दिया था।
मैच से पहले राष्ट्रीय गान बजने के बाद भारतीय खिलाड़ी अपने पाकिस्तानी समकक्षों के साथ हाथ नहीं मिलाए, बल्कि हाथ मिलाने की बजाय हाई-फाइव का संकेत भेजा।
खेल समाप्ति के बाद 3–3 की ड्रॉ वाली कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद दोनों पक्षों के खिलाड़ियों ने पारंपरिक तरीके से भी हाथ मिलाए, जिससे इस मैदान पर खेल भावना बरकरार रहने की छवि बनी।
पाकिस्तान हॉकी महासंघ ने पूर्व में अपने खिलाड़ियों को निर्देश दिए थे कि यदि भारतीय खिलाड़ी हैंडशेक से परहेज करें, तो वे उसे नज़रअंदाज़ करें और विवादित व्यवहार से बचें।
यह दृश्य यह संकेत देता है कि खेल के मैदान में, राजनीति और तनाव के बावजूद, युवा हॉकी खिलाड़ी खेल भावना को प्राथमिकता दे सकते हैं और संबंधों को शांतिपूर्ण रूप से आगे बढ़ा सकते हैं।