भारत और चीन के बीच लगभग पांच साल बाद सीधी विमान सेवा एक बार फिर से शुरू हो गयी है। इस पहल के तहत पहली उड़ान रविवार की रात को IndiGo की कोलकाता–ग्वांगझोउ रूट पर उड़ी, जो कि इस तरह की सेवा का पहला कदम माना जा रहा है।
यह विमान सेवा बंद थी कोविड-19 महामारी के कारण प्रारंभ में तथा बाद में दोनों देशों के बीच सीमा विवादों व राजनयिक तनाव के चलते भी लंबित रही।
अब इस सेवा के पुनः शुरू होने का मतलब है कि दोनों परमाणु शक्तियों ने कम-से-कम इस क्षेत्र में रिश्तों को सामान्य करने की दिशा में एक संकेत भेजा है।
नवनिर्मित उड़ान न सिर्फ यात्रियों के लिए आसान विकल्प है बल्कि व्यापार, पर्यटन एवं “लोग-लगाव” को बढ़ावा देने में भी सहायक होगी। कोलकाता-ग्वांगझोउ मार्ग के अलावा आगामी समय में दिल्ली-ग्वांगझोउ और शंघाई-दिल्ली रूट भी शुरू होने की योजना है।
विश्लेषकों के अनुसार यह कदम पूर्ण रूप से तनावमुक्त संबंधों का संकेत नहीं है, लेकिन यह एक सकारात्मक शुरुआत है—जिससे भविष्य में सीमा, व्यापार और कूटनीति जैसे अन्य जटिल मुद्दों को सुलझाने में माह-वात बनेगा।


