राहुल कुमार
- प्रखंड में बने 50 फीसदी से अधिक जल मीनार खराब, जिला परिषद मद से बने प्याऊ ने भी तोड़ा दम
चैनपुर (गुमला) : चैनपुर प्रखंड क्षेत्र में गर्मी की दस्तक के साथ ही नदी, नाला और तालाब सूखने लगे हैं। कुआं और चापाकल का जलस्तर भी नीचे की ओर जाना शुरू हो गया है। प्रखंड की शंख नदी व लावा नदी में भी तेजी से पानी कम होने लगा है। चैनपुर प्रखंड में लोगों की प्यास बुझाने के लिए लगे सोलर जल मीनार भी दम तोड़ रहे हैं घटिया निर्माण के कारण प्रखंड में बने जल मीनारों में 50 प्रतिशत से अधिक मीनार खराब है। इसे लेकर लोगों को अभी से ही पेयजल की चिंता सताने लगी है।
चैनपुर प्रखंड मुख्यालय के पीपल चौक, अल्बर्ट एक्का चौक में जिला परिषद मद से बने प्याऊ भी खराब हो चुका है। कई बार स्थानीय लोग चंदा इकट्ठा कर इसकी मरम्मत भी कराये मगर कोई लाभ नहीं हुआ। दोनों प्याऊ से लगभग 50 परिवार पानी के लिए आश्रित हैं ऐसे में प्याऊ के खराब पड़े रहने से लोगों को पानी के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बताते चलें कि दोनों योजना 2017 में ही बनकर तैयार हुई थी बनने के 1 साल तक ठीक चलने के बाद यह लगातार खराब होती रहती है। अभी की स्थिति ऐसे ही यह प्याऊ पिछले 2 सालों से खराब पड़ा हुआ है।
पीपल चौक के ग्रामीणों ने बताया कि जिला परिषद मद से बना यह प्याऊ पीपल चौक के लोगों के लिए पीने का पानी का एकमात्र सहारा था। इसके खराब रहने से स्थानीय लोग दूर-दराज से पानी ढोकर लाने को मजबूर है। लोगों ने कहा कि इसकी मरम्मत गर्मी में नहीं होती है तो यहां के लोगों को पीने के पानी के लिए भारी कठिनाई झेलनी पड़ेगी। वही अल्बर्ट एक्का चौक के लोगों को भी पानी के लिए खासा दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। मुख्यालय के बीचो-बीच बंद पड़ा प्याऊ प्रखंड प्रशासन की पोल खोलता नजर आ रहा है। लोगों ने विभाग व प्रखंड प्रशासन से दोनों प्याऊ की जल्द मरम्मत कराने की मांग की है।