भारत में इस उत्सव के मौसम में सोना और चांदी की कीमतों ने रिकॉर्ड स्तर छू लिया है। दिल्ली और अन्य बाजारों में 10 ग्राम सोना की कीमत ₹1,26,930 तक पहुंच गई। साथ ही चांदी ने भी नया कीर्तिमान स्थापित किया — ₹1,62,700 प्रति किलोग्राम।
यह तेजी वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, कम होती अमेरिकी ब्याज दरों की उम्मीदों और निवेशकों की “सेफ हेवन” मांग से प्रेरित मानी जा रही है।
कीमतों में उछाल के मुख्य कारण:
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वैश्विक स्तर पर तनाव और आर्थिक झटके, जिनसे निवेशक सुरक्षित संपत्तियों की ओर झुक रहे हैं
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अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना
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कमज़ोर रुपए की स्थिति, जिससे आयातित कीमती धातुओं की कीमतें बढ़ रही हैं
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त्योहारों के समय पारंपरिक मांग का बढ़ना
निवेशक सलाह:
विश्लेषक सुझाव दे रहे हैं कि इस समय कुछ हिस्सा मुनाफे के लिए बुक करना विचारणीय है, क्योंकि चांदी और सोने की कीमतें मौजूदा तेजी में और अधिक अस्थिर हो सकती हैं।
तो इस त्योहार पर सोना-चांदी सिर्फ रुखावा नहीं, निवेशकों के लिए भी “चमक” का अवसर बन गई है।