झारखंड के घाटशिला विधानसभा क्षेत्र में आगामी उपचुनाव को लेकर महिला मतदाताओं का रुझान अहम रूप से जुड़ा हुआ है। कुल 2,56,252 मतदाता होने के बावजूद इस क्षेत्र में महिलाओं की संख्या पुरुषों से लगभग 5 % अधिक है — 1,31,180 महिलाएं जबकि 1,25,078 पुरुष।
राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन की मुख्य शक्ति झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) अपनी लोकप्रिय महिला-कल्याण पहल मंईयां सम्मान योजना पर भरोसा कर रही है। इस योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को प्रति माह 2,500 रु की सहायता मिलने का प्रावधान है, जिसे महिलाओँ की सामाजिक-आर्थिक सशक्तीकरण की दिशा में एक प्रमुख कदम माना गया है।
विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस उपचुनाव में विभिन्न केन्द्र-वित्त पोषित योजनाओं और महिलाओं के खिलाफ अपराध के बढ़ते मामलों को उठाकर महिला मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रही है। भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया है कि मंईयां सम्मान योजना राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है और इसके लाभार्थियों की संख्या में गिरावट देखी गई है।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार, आदिवासी बहुल क्षेत्रों में महिलाओं की संख्या आम तौर पर पुरुषों से अधिक होती है, और यही अनुपात इस सीट पर भी देखा जा रहा है।
यह उपचुनाव इसलिए हो रहा है क्योंकि पूर्व विधायक रामदास सोरेन के निधन के बाद इस क्षेत्र की सीट खाली हुई थी। मतदान 11 नवंबर को होगा और मतगणना 14 नवंबर को निर्धारित है।
इस प्रकार, घाटशिला उपचुनाव में महिला मतदाताओं की भूमिका निर्णायक साबित हो सकती है और मंईयां सम्मान योजना का प्रभाव इस दिशा में महत्वपूर्ण फैक्टर बना हुआ है।


