बिरसा भूमि लाइव
- अप्रैल माह में शुरू होगा मिजिल्स-टीकाकरण अभियान
- मिजिल्स-रूबेला प्रभावित झारखंड के 9 जिलों के बच्चों को दिया जायेगा टीका
- राज्यभर के डीआरसीएचओ के लिए दो दिनी कार्यशाला का हो रहा है आयोजन
रांची : हर घर का बच्चा मिजिल्स-रूबेला का टीका पाए-कोई बच्चा छूट न जाए…इसी थीम के साथ अप्रैल माह में झारखंड के 9 जिलों में मिजिल्स-रूबेला का टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत 9 माह से 15वर्ष तक के 45 लाख 62 हजार 492 बच्चों को टीका दिया जाएगा। यह जानकारी मिजिल्स-रूबेला टीकाकरण के लिए आयोजित राज्य स्तरीय कार्यशाला में दी गई। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और डब्ल्यू एचओ के सहयोग से दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन होटल रेडिशन ब्लू में किया गया है। यूनिसेफ, लायंस क्लब और रोटरी क्लब के सहयोग से झारखंड में इस आयोजन को सफल बनाया जा रहा है। सोमवार को कार्यशाला का पहला दिन था।
कार्यशाला में सभी जिलों से डीआरसीएचओ एवं मिजिल्स रूबेला प्रभावित 9 जिलों के डेटा मैनेजर ने इस कार्यशाला में हिस्सा लिया। मौके पर अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह, निदेशक प्रमुख डॉ बीरेंद्र कुमार सिंह, अपर अभियान निदेशक विद्या नंद शर्मा पंकज, डॉ राकेश दयाल, डॉ आशीष सतपती, डॉ आशीष बी चक्रवर्ती, डॉ रत्नेश मुरुगन, डॉ दानिश खान, डॉ अमरेंद्र कुमार ने अपने-अपने विचार रखे।
इन जिलों में चलेगा अभियान : मिजिल्स रूबेला से अति प्रभावित संताल के छह जिले दुमका, पाकुड़, साहिबगंज, गोड्डा, जामताड़ा, देवघर और धनबाद, कोडरमा व गिरिडीह है। इन जिलों में अप्रैल महीने सेपांच सप्ताह के लिए मिजिल्स-रूबेला टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा, जिसमें दो सप्ताह स्कूलों में कैंप लगाकर बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। जिन बच्चों का पूर्व में टीकाकरण हो गया है उन्हें भी पुनः टीका लगाया जाएगा। टीके की वैध्यता आजीवन है। एक बार टीकाकरण हो जाने के बाद उन बच्चों में यह बीमारी होने की संभावना नगण्य है।
हर घर का बच्चा टीका पाए-कोई बच्चा छूट न जाए : अपर मुख्य सचिव : अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि यह अवसर समाज को अपनी सेवा देने का है। जब अंदर से यह भावना आएगी कि समाज को कुछ देना है तभी बेहतर ढंग से काम कर पाएंगे। मिजिल्स रूबेला के मामले में झारखंड के तीसरे स्थान पर होने पर उन्होंने चिंता भी जाहिर की। उन्होंने कहा कि पल्स पोलियो अभियान की तरह चैलेंज लेकर इसे खत्म करना है। उन्होंने कहा कि जन आंदोलन चलाकर मिजिल्स रूबेला का खात्मा करना है। कार्यक्रम के दौरान अपर मुख्य सचिव ने मिजिल्स-रूबेला अभियान के दो स्लोगन भी दिए। “हर घर का बच्चा टीका पाए-कोई बच्चा छूट न जाए”। “हम सबने ठाना है-मिजिल्स रूबेला से झारखंड को बचाना है”।
बेहतर कवरेज करें : निदेशक प्रमुख : स्वास्थ्य विभाग के निदेशक प्रमुख डॉ बीरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि मिजिल्स-रूबेला टीकाकरण का बेहतर कवरेज करें। जब सभी बच्चे प्रतिरक्षित हो जाएंगे तो इस बीमारी के प्रसार की संभावना नगण्य हो जाएगी। इसके लिए टीव वर्क के तहत काम करना होगा। उन्होंने कहा कि सभी लाइन डिपार्टमेंट के सहयोग से यह टीकाकरण कार्यक्रम संपन्न कराया जाएगा।