राज्य की 122 विधान सभा सीटों पर दूसरे चरण में होने वाले मतदान से पहले यह खबर सामने आई है कि इस चरण में कुल आठ वर्तमान मंत्री सहित कई दिग्गज नेता अपनी राजनीतिक बिसात पर हैं।
इस चरण में प्रमुख मंत्री जो मुकाबले का सामना कर रहे हैं, उनमें शामिल हैं: सुपौल से मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, झंझारपुर से नीतीश मिश्रा, धमदाहा से लेशी सिंह।
इस चरण में कुल 1,302 उम्मीदवार मैदान में हैं और प्रमुख दलों की गिनती इस प्रकार है — राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) तथा महागठबंधन के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना है। एनडीए में भारतीय जनता पार्टी 52 उम्मीदवार उतारेगी, जबकि जनता दल (यूनाइटेड) (जदयू) की संख्या 45 है। वहीं महागठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल (70), भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (37) आदि शामिल हैं।
विशेष रूप से ध्यान देने योग्य है कि इस चरण में जिन मंत्रियों की किस्मत तय हो रही है, उनमें से कुछ ने अपने निर्वाचन क्षेत्रों में लगातार जीत दर्ज की है और उन्हें पार्टी ने पुनः अपना प्रत्याशी बनाया है। ऐसे नेताओं के लिए यह चुनाव अपने राजनीतिक भविष्य की दिशा तय कर सकता है।
राजनीतिक विश्लेषक इसे मतदान के लिहाज़ से महत्वपूर्ण मान रहे हैं क्योंकि दूसरी फेज़ में जिले-जिले की स्तर पर स्थानीय समीकरण, नेताओं की लोकप्रियता, गठबंधनों की स्थिति एवं वोटरों की दल-प्रेरणा निर्णायक भूमिका निभा सकती है।
इस प्रकार, इस दूसरे चरण के मतदान को राजनीति की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण माना जा रहा है, जहाँ अनुभव वाले मंत्री और नए चेहरे—दोनों की जंग सामने आएगी।


