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चेन्नई (तमिलनाडु)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्व डीएमके नेता जाफर सादिक और अन्य से जुड़े ड्रग से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के तहत मंगलवार को तमिलनाडु में विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की है। सूत्रों के अनुसार ईडी ने चेन्नई, त्रिची और मदुरै सहित 20 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने आज सुबह बर्खास्त डीएमके पदाधिकारी जाफर सादिक के साझेदारों के परिसरों की गहन तलाशी ली। उल्लेखनीय है कि सादिक फिलहाल न्यायिक हिरासत में है।
इस मार्च की शुरुआत में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने एक बड़े अंतरराष्ट्रीय ड्रग रैकेट का भंडाफोड़ किया था। एनसीबी के अनुसार सादिक भारत, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और मलेशिया में फैले नेटवर्क का सरगना है। उसने कथित तौर पर मादक पदार्थों की तस्करी के माध्यम से बड़ी मात्रा में पैसा कमाया और इसे फिल्म जैसे कई उद्योगों में निवेश किया। एनसीबी के अनुसार सादिक की गिरफ्तारी अन्य एजेंसियों के साथ बेहतर सहयोग का परिणाम है, जिसके तहत यह सफलता मिली।
सादिक ने एक नेटवर्क का नेतृत्व किया, जो भारत में स्यूडोएफ़ेड्रिन का स्रोत था और खाद्य-ग्रेड कार्गो के मार्गदर्शन में ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और मलेशिया में इसकी तस्करी करता था। ऐसा माना जाता है कि उसके द्वारा संचालित ड्रग सिंडिकेट ने पिछले 3 वर्षों में विभिन्न देशों में 45 खेप भेजी है, जिसमें लगभग 3500 किलोग्राम स्यूडोएफ़ेड्रिन शामिल है। मादक पदार्थों की तस्करी के संबंध में उसके वित्तीय संबंधों की जांच की जा रही है ताकि उसके धन के स्रोतों और मादक पदार्थों की तस्करी से प्राप्त आय के लाभार्थियों की पहचान की जा सके।