बिरसा भूमि लाइव
रांची: मेदांता रांची के न्यूरो सर्जन डॉक्टर आनंद कुमार झा ने कहा कि अगर ब्रेन हेमरेज से बचाव करना है तो कुछ चीजों को जरूर ध्यान देना होगा। ब्रेन हेमरेज ज्यादा तनाव लेने से हो सकता है। ज्यादा तनाव ही इसके लिए जिम्मेदार नहीं हैं बल्कि ब्लड प्रेशर, उचित खान-पान और दिनचर्या में बदलाव भी ब्रेन हेमरेज का कारण हो सकता है। झारखंड में भी इन दिनों ब्रेन हेमरेज के मामले काफी बढ़े हैं। मेदांता रांची में भी इन दिनों ब्रेन हेमरेज के कई मामले आए हैं, जिनका सफल उपचार किया गया है। मेदांता सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल रांची में ब्रेन हेमरेज को लेकर अत्याधुनिक मशीनों के साथ उन्नत चिकित्सा सुविधा उपलब्ध है।
डॉ आनंद कुमार झा ने बताया कि ब्रेन हेमरेज से बचाव संभव है। अगर कोई भी व्यक्ति अपनी उचित जांच करवाए और डॉक्टर की सलाह ले साथ ही साथ दवाओं का सेवन करें तो वह काफी हद तक ब्रेन हेमरेज से बच सकता है। डॉ झा ने कहा कि ब्रेन हेमरेज होने की कई सारी वजह हैं। इनमें सबसे प्रमुख लक्षण हाइपरटेंसिव होना होता है। ब्लड प्रेशर रहने के बावजूद कभी-कभी मरीज बीपी की दवा नहीं लेता है जिससे ब्रेन हेमरेज हो सकता है। ब्लड प्रेशर, ब्रेन हेमरेज होने का प्रमुख कारण है। इसके अलावा भी कई सारे कारण हैं। जैसे अगर किसी को हृदय संबंधित बीमारी हो और वह उसकी दवा खा रहे हों, जिसमें एंटीप्लेटलेट या ब्लड थिनर की दवा हो, उससे भी ब्रेन हेमरेज हो सकता है।
डॉ झा ने बताया कि व्यायाम पर जरूर ध्यान दें। साथ ही साथ खानपान पर भी ध्यान रखें। शरीर में डीहाइड्रेशन न होने दें। पानी पर्याप्त मात्रा में लेते रहें। संतुलित आहार का सेवन करें। तनाव न लें और फिजिकल एक्टिविटी में खुद को व्यस्त रखें।
मेदांता रांची के हॉस्पिटल डायरेक्टर विश्वजीत कुमार ने बताया कि मेदांता रांची के पास आधुनिक चिकित्सीय सुविधा और एक्सपर्ट डॉक्टर्स हैं, जो ब्रेन हेमरेज और अन्य मस्तिष्क संबंधित बीमारियों का सफल उपचार करने में सक्षम हैं। मेदांता रांची के पास न्यूरो क्रिटिकल केयर एवं न्यूरो साइंसेज जैसी समर्पित सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।