जिले में 50 बेड वाला वृद्धाश्रम हुआ बन कर तैयार
गुमला: गुरुवार को उपायुक्त सुशांत गौरव एवं उप विकास आयुक्त हेमंत सती द्वारा संयुक्त रूप से वृद्धाश्रम का उद्घाटन किया गया। सीलम में बने 50 बेड वाले इस वृद्धाश्रम का संचालन जिला समाज कल्याण विभाग के पर्यवेक्षण में एजेंसी स्टार लाइट इंटरनेशनल चेरिटेबल सोसाइटी द्वारा किया जाएगा।
झारखंड के 10 जिलों में वृद्धाश्रम बनाने का राज्य स्तर से निर्देश प्राप्त था जिसमें गुमला जिला भी शामिल था ।
2020 में वृद्धाश्रम भवन बन कर तैयार था। उपायुक्त सुशांत गौरव के निर्देश के आलोक में आवश्यक निर्माण कार्यों को पूर्ण करते हुए बिजली,पानी आदि जैसी आवश्यकताओं की पूर्ति करते हुए वृद्धाश्रम का संचालन प्रारंभ करते हुये झारखंड के उपरोक्त 10 जिलों में से पहला जिला गुमला बना।
वृद्धाश्रम में बुजुर्गों के रहने हेतु हर मूलभूत सुविधा उपलब्ध है। उपायुक्त ने इस दौरान पूरे वृद्धाश्रम के एक एक कमरे का निरीक्षण करते हुए कमियों को दूर करने का निर्देश दिया। उन्होंने सभी खिड़कियों में जाली लगाने , रिक्रिएशन हॉल में उनके खेलने हेतु लूडो /चेस/कैरम खेलने की सामग्री उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने बुजुर्गों को चलने फिरने में दिक्कत होने की स्थिति को समझते हुए शौचालयों में सहारे के लिए स्टैंड लगाने की बात कही। इसके अलावा वृद्धाश्रम की छत पर शेड एवं झूला लगाने का भी निर्देश दिया। उपायुक्त ने वृद्धाश्रम के परिसर में फूल पौधे लगाने की बात कही। उपायुक्त ने पूरे वृद्धाश्रम के दीवारों पर सकारात्मक बातें एवं अच्छे विचारों को लिखने तथा अच्छे चित्र बनाने का निर्देश दिया ताकि वहां एक जीवंत माहौल बनाया जा सके। उन्होंने मॉड्यूलर किचन बनाने की भी बात कही ।इसके अलावा उन्होंने विभिन्न विद्यालयों के बच्चों को नियमित रूप से वृद्धाश्रम लेकर आने का निर्देश दिया ताकि बच्चों से मिल कर वहां रहने वाले बुजुर्गों को अच्छा लगे साथ ही बच्चों में भी सद्भावना एवं अच्छे विचार उत्पन्न हो सके।
इस दौरान वृद्धाश्रम को देखने एवं उद्घाटन समारोह में शामिल हुए वृद्धों से भी उपायुक्त ने मुलाकात की एवं वृद्धाश्रम के वातावरण को देखकर उनके प्रतिक्रिया भी सुनी। वहां ऐसे भी वृद्ध उपस्थित थे जिनके साथ घर पर गलत व्यवहार एवं उन्हें प्रताड़ित किया जाता था जिसे देखते हुए उपायुक्त ने एसडीओ सदर को सीनियर सिटीजन एक्ट के तहत उन्हें न्याय दिलाने की बात कही।
सीलम में बने वृद्धाश्रम , बाल संप्रेक्षण गृह, मूक बधिर विद्यालय के लिए 3.5 लाख लीटर की पानी की टंकी बनाई गई है जिससे इन सभी भवनों में पानी की सप्लाई की जाएगी ।
उपायुक्त ने कहा कि जिले में बने इस वृद्धाश्रम को झारखंड का मॉडल वृद्धाश्रम के रूप में बनाने का उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि वृद्धाश्रम में ऐसा माहौल बनाने का प्रयास है जहां रह कर बुजुर्ग अच्छा एवं सकारात्मकता का अनुभव कर सके एवं उनके व्यक्तिगत विकास में सहायता मिल सके। यहां रहने आने वाले बुजुर्गों की मानसिक स्थिति के बेहतरी के लिए हर संभव सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।